186 साल का हुआ बरेली कॉलेज, जंग-ए-आजादी से भी रहा है नाता
बरेली, अमृत विचार। बरेली कॉलेज बरेली 17 जुलाई यानी आज 186 साल का हो गया है। स्थापना दिवस पर कॉलेज प्रशासन की ओर से पौधरोपण के साथ ही कई अन्य कार्यक्रम किए गए, जबकि कॉलेज के अस्थाई कर्मचारियों केक काटकर एक दूसरे का मुंह मीठा किया। तमाम उतार-चढ़ाव देख चुके बरेली कॉलेज अपनी एक अलग ही पहचान है। साथ ही अपने अंदर एक पूरा इतिहास समेटे हुए है।
चीफ प्रॉक्टर प्रो. आलोक खरे ने बताया कि बरेली कॉलेज की स्थापना 1837 में नौमहला मस्जिद के पास एक मोहल्ले के एक सरकारी स्कूल में हुई थी। पहले साल सिर्फ 57 छात्रों ने प्रवेश लिया था और रोजर्स पहले हेडमास्टर बने। वहीं 1857 की क्रांति में कॉलेज प्रभावित हुआ। जिसके बाद 1859 में कॉलेज फिर शुरू हुआ। लेकिन 1877 में आर्थिक संकट के चलते कॉलेज फिर से बंद हो गया।
इसके बाद कॉलेज 1884 में फिर शुरू हो गया और कॉलेज को सबसे पहले कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्धता मिली। बाद में आगरा विश्वविद्यालय से संबद्धता मिली। वहीं 17 जुलाई 1906 को नव निर्मित भवन का उद्घाटन हुआ और 18 जुलाई से कॉलेज फिर शुरू हो गया।
डॉ. आलोक खरे ने बताया कि आजादी के समय में बरेली कॉलेज का बहुत ही महत्व योगदान रहा है। जंगे आजादी की लड़ाई में यहां के छात्रों ने अपनी कुर्बानी तक दी हैं। जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वहीं आज के वक्त छात्रों के प्रवेश की पहली प्राथमिकता बरेली कॉलेज रहता है। यहां अधिकांश पाठ्यक्रमों में प्रवेश मिलना मुश्किल होता है और मेरिट भी हाई जाती है। वर्तमान में बरेली कॉलेज में लगभग 14 हजार रेग्युलर और 18 हजार प्राइवेट छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
