अयोध्या : प्राण प्रतिष्ठा प्रबंधन समिति तैयार कर रही महोत्सव का स्वरूप

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, अयोध्या । राम मंदिर निर्माण समिति की  बैठक  में सोमवार को निर्माण की प्रगति के साथ प्राण प्रतिष्ठा के लिए की जाने वाली तैयारियों पर मंथन किया गया। ट्रस्ट के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 15 से 24 जनवरी 2024 के बीच प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेज दिया गया है, जल्द ही इसकी तिथि तय हो जाएगी।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर अयोध्या की स्थिति क्या होगी, इस पर अनुभवी लोगों के साथ चर्चा हुई है। इसको लेकर प्रबंधन से जुड़े 20 लोग पिछले अप्रैल से हर 15 दिन पर बैठक कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए भगवान की प्रतिमा बन रही है। मंदिर में दरवाजे लगाए जाने का कार्य भी चल रहा है। इसका अवलोकन भी किया जा रहा है। बताया कि मंदिर के खंभों में देवी देवताओं की मूर्तियां बनी है, जिसकी संख्या 6000 से अधिक होगी। अभी फिलहाल भूतल पर कुछ खंभों का चयन किया गया है। उस पर मूर्ति कैसी बन रही है, इसका अध्ययन किया गया।

उन्होंने बताया कि लोवर प्लिंथ पर कुछ पैनल बनने हैं, जो बाल्मीकि रामायण पर आधारित होंगे, इस पर भी मंथन किया गया है। साथ ही परकोटे में भी ब्राउन्च के 90 पैनल को लगाए जाने हैं, जिनका सिलेक्शन होना बाकी है। लेकिन इन पैनल में किन प्रसंगों को दर्शाया जाएगा, ऐसे 300 पैनल का सिलेक्शन किया जा चुका है। इस दौरान राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता भैया जी जोशी भी मौजूद रहे। 

बिना विघ्न बाधा के मंदिर निर्माण के लिए हो रहा अनुष्ठान

भगवान श्रीरामलला का भव्य मंदिर बिना बाधा के बने, इसके लिए अनेक प्रकार के अनुष्ठान चल रहे हैं। इस समय तीर्थ क्षेत्र भवन रामकोट में ऋग्वेद सामवेद कृष्ण यजुर्वेद शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों की आहुतियां चल रही है बाल्मीकि रामायण और श्रीमद्भागवत का भी पाठ चल रहा है। इसके लिए काशी के वेद विद्वान और महाराष्ट्र के वैदिक आचार्य अलग-अलग अनुष्ठान कर रहे हैं। 2022 से मंदिर निर्माण होने तक वैदिक मंत्रों का उच्चारण और हवन भी चल रहा है। जिसके लिए महाराष्ट्र के 5 वैदिक 15 दिन के अंतराल पर यह अनुष्ठान कर रहे हैं।

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