भारी बारिश के बाद विहार और तानसा झीलें उफान पर, मुंबई में पीने योग्य पानी का हैं प्रमुख जलस्त्रोत 

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

मुंबई। शहर में बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से तानसा और विहार झीलें बुधवार को पूरी तरह से भरने के बाद उफान पर आ गईं। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने यह जानकारी देते हुए बताया कि तानसा और विहार झीलें मुंबई में पीने योग्य पानी का प्रमुख जलस्त्रोत हैं।

ये भी पढ़ें - कारगिल विजय दिवस पर राजनाथ सिंह का पड़ोसी देश को सख्त संदेश, कहा- जरूरत पड़ने पर नियंत्रण रेखा भी पार करेगी भारतीय सेना

बीएमसी ने बताया कि मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले सात जलाशयों में से विहार, तानसा और तुलसी झीलें उफान पर हैं। नगर निकाय ने बताया कि मुंबई के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित विहार झील रात 12 बजकर 48 मिनट पर पूरी तरह से भर गई, जबकि ठाणे जिले में स्थित तानसा झील बुधवार को सुबह चार बजकर 35 मिनट पर उफान पर आ गई।

बीएमसी ने ट्वीट किया, "मुंबईवासियों को पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलों में शामिल तानसा झील आज सुबह चार बजकर 35 मिनट पर पूरी तरह से भर गई और अब उफान पर है।" शहर और उपनगरों में भारी बारिश के बाद 20 जुलाई को तुलसी झील पूरी तरह से भर गई थी।

मुंबई को सात जलाशयों - भाटसा, ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से 3,800 एमएलडी (प्रति दिन लाखों लीटर) पानी मिलता है। ये जलाशय मुंबई, ठाणे और नासिक जिलों में स्थित हैं। बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि मुंबई की पोवई झील इस माह के शुरू में उफान पर थी लेकिन इस झील का पानी पीने के लिए उपयोग नहीं किया जाता। 

ये भी पढ़ें - मणिपुर के मुद्दा: लोकसभा फिर स्थगित, विपक्षी दलों के सदस्यों का PM के बयान नहीं देने पर हंगामा जारी

संबंधित समाचार