Jalaun News : पागल कुत्ते ने बच्ची को काटा, लक्ष्ण आने पर आधा सैकड़ा लोगों को बच्ची ने भी काटा, फिर हो गई मौत
जालौन में पागल कुत्ते के काटने से बच्ची की मौत।
जालौन में पागल कुत्ते के काटने से बच्ची में भी लक्षण आ गए। इस पर बच्ची ने भी आधा सैकड़ा लोगों को काट लिया। जिससे बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जालौन, अमृत विचार। एक पागल कुत्ते के काटने से ढाई साल की बच्ची में भी वैसे ही लक्षण आए। बच्ची की इलाज के दौरान झांसी में मौत हो गई। मरने से पहले उसने गांव के लगभग आधा सैकड़ा लोगों को काटा है जो अब सीएचसी कोंच में रैबीज के इंजेक्शन लगवा रहे हैं। इस घटना को लेकर गांव में दहशत का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील कोंच के ब्लॉक नदीगांव अंतर्गत ग्राम क्योलारी के रहने वाले गोलू कुशवाहा की ढाई साल की बेटी काव्या चार पांच दिन पहले अपने मामा के यहां गांव हिड़ोखरा गई थी। जहां उसको एक पागल कुत्ते ने उस वक्त काट लिया जब वह घर के बाहर खेल रही थी। उसे अपने घर क्योलारी लाया गया लेकिन कुत्ते के काटने के बाद ही उस बच्ची में कुत्ते जैसे लक्षण उभरने लगे थे।
छोटी बच्ची होने के नाते लोग उसे दुलारने का प्रयास करते और इसी बीच वह उन लोगों को काट लेती। उसने गांव में आकाश, फूलसिंह, विनीता, पप्पू, भूरी, सुनील आदि लगभग आधा सैकड़ा लोगों को काटा है।
बच्ची के परिजन इलाज के लिए उसे उरई ले गए जहां से उसे गंभीर स्थिति में झांसी के लिए रेफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज के सामने पहुंचते पहुंचते बच्ची की मौत हो गई। इधर, बच्ची के मौत की खबर गांव पहुंचते ही वहां दहशत फैल गई और जिन लोगों को बच्ची ने काटा है वे सीएचसी कोंच में रैबीज के इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं। बताया गया है कि पागल कुत्ते की भी मौत हो चुकी है। काव्या की मौत के बाद प्रशासन गंभीर है।
एसडीएम अतुल कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नदीगांव को निर्देश दिए हैं कि क्योलारी और हिड़ोखरा गांवों में जाकर स्थिति का जायजा लें और जिन लोगों को बच्ची या पागल कुत्ते ने काटा हो उन पर नजर रखें, आवश्यकता के अनुरूप उन्हें उपचार मुहैय्या कराएं। इसके अलावा लेखपाल को भी लगाया गया है और पुलिस के अधिकारी भी फोन पर जानकारी ले रहे हैं।
इस मामले को लेकर एसीएमओ डॉ.एसडी चौधरी का कहना है, कुत्ता, बंदर, सियार जैसे जानवरों के काटने से रैबीज फैलता है न कि आदमी के काटने से। बच्ची ने जिन लोगों को काटा है वे अपनी सहूलियत के लिए रैबीज के इंजेक्शन लगवा रहे होंगे।
गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
इस पूरे मामले की खबर हाईलाइट होने के बाद हर विभाग की नजर गांव पर गई हैं। मंगलवार को नदीगांव सीएचसी से प्रभारी डॉ. विनोद कुमार वर्मा, आरबीएस व एमसीडी विभाग की टीमें भी गांव पहुंची और ग्रामीणों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना हैं। टीमें मृतक बच्ची के मामा के गांव हिड़ोखरा भी पहुंचीं हैं।
तीन साल पहले भी दो लोगों ने गंवाई थी जान
ग्राम क्योलारी में पागल कुत्ते के काटने से ढाई वर्षीय बच्ची की मौत और बच्ची द्वारा करीब आधा सैकड़ा लोगों को काटे जाने के बाद से पूरे गांव में एक अनजाना सा खौफ पसरा है। इससे पहले भी इस गांव में इसी से मिलती जुलती घटना घट चुकी है, लगभग तीन साल पहले भी दो लोगों ने पागल कुत्ते के काटने से अपनी जान गंवाई थी। ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि तीन साल पहले गांव के उमेश पटेल की 5 वर्षीय पुत्री आकांक्षा व 60 वर्षीय बुजुर्ग शोभा कुशवाहा को पागल कुत्ते के काटने से अपनी जान गंवाई थी। तब भी गांव में लोग इसी तरह दहशत में भर गए थे।
