बरेली: धान का समर्थन मूल्य कम होने से किसान नाखुश, बोले, सरकार को डीजल-पेट्रोल और लागत के आधार पर...

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 143 रुपये बढ़ाकर 2,183 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। जिले में धान खरीद की तैयारियां शुरू हो गई हैं। 1 अक्टूबर से धान खरीद के लिए क्रय केंद्र बनाए जा रहे हैं लेकिन एमएसपी से किसान नाखुश हैं।

किसानों का कहना है कि महंगाई की इस दौर में भी एमएसपी काफी कम है। सरकार को डीजल-पेट्रोल और लागत के आधार पर एमएसपी घोषित करनी चाहिए थी। यदि यही हाल रहा तो आने वाले समय में किसान पर कर्जदार बढ़ता जाएगा और उसके सामने किसानी करना मुश्किल हो जाएगा।

इनकी सुनें
खाद, दवाएं मजदूरी और कृषि उपकरण की कीमतें बढ़ रही हैं। उसके हिसाब से तो यह किसान के साथ मजाक जैसा है। समर्थन मूल्य तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल करना चाहिए। - तेजपाल गंगवार, जिलाध्यक्ष, भाकियू (अराजनैतिक)

जो एमएसपी है यह बहुत कम है। बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार को धान की एमएसपी कम से कम पांच सौ रुपये प्रति कुंतल बढ़ानी चाहिए थी।- दुर्गेश मौर्य, मंडल महासचिव भाकियू

खाद, बीज, दवा, डीजल, मजदूरी एवं कृषि यंत्रों पर महंगाई छाई है। जिससे किसानों के लिए खेती करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। ऐसे में धान की मामूली एमएसपी बढ़ने से किसानों का भला नहीं होगा। -दानिश अख्तर, किसान

डीजल-पेट्रोल के दाम बेतहाशा बढ़े हैं। किसानों की फसल की लागत बहुत बढ़ गई है। इसलिए किसानों को उम्मीद थी कि सरकार धान के भाव कम से कम पांच सौ रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ाएगी।-चंद्रप्रकाश, किसान

मंडल में 378 धान क्रय केंद्र हो चुके हैं अनुमोदित
बरेली मंडल में 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली धान की खरीद के लिए अब तक 378 धान क्रय केंद्र अनुमोदित हो चुके हैं। इनमें बरेली में 130, बदायूं में 44, पीलीभीत में 118 और शाहजहांपुर में 86 धान क्रय केंद्र शामिल हैं। जबकि पिछले साल बरेली मंडल में 534 धान क्रय केंद्र थे। आरएमओ सचिन कुमार ने बताया कि बरेली मंडल के चारों जिलों में पारदर्शी तरीके से धान खरीद की जाएगी। किसानों की किसी तरह की असुविधा नहीं होगी।

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