Kanpur Nagar Nigam Sadan: तुमको कमरे में बंद करूं या पार्षदों के बीच छोड़ दूं, सदन में गुस्साईं महापौर, फिर हुआ ये

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
On

कानपुर नगर निगम सदन में महापौर प्रमिला पांडेय गुस्साईं।

कानपुर नगर निगम सदन में महापौर प्रमिला पांडेय गुस्साईं। पेयजल समस्या पर जलकल जीएम और जलनिगम अफसरों की क्लास ली।

कानपुर, अमृत विचार। नगर निगम सदन में पेयजल और सीवर समस्या को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों द्वारा सदन में उठाई गई समस्या पर जलकल और जलनिगम अधिकारी कटघरे में खड़े दिखाई दिए। गंदे पानी की सप्लाई, टूटी पेयजल लाइनें, लाइन पड़ने के बाद भी पानी की सप्लाई न होने और ओवर हेड टैंकों को हैंड ओवर न करने पर महापौर ने जलकल जीएम और जल निगम अधिकारियों को सदन के मंच पर बुलाकर फटकारा।

जलनिगम के अधिकारियों द्वारा विकास कार्यों का सही जवाब न देने पर महापौर ने उन्हें सदन के बाहर भेज दिया। महापौर ने आईआईटी से जलनिगम के कार्यों की जांच कराने के लिए नगर आयुक्त को निर्देशित किया।

 सिविल लाइंस पार्षद यशपाल सिंह और धीरेंद्र त्रिपाठी ने पीने के पानी और सीवर समस्या को महापौर और नगर आयुक्त के सामने रखा। धीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि शहर में 70 फीसदी सीवर लाइनें पड़ी होने के बाद भी सड़क और छोटी नालियों में सीवर का पानी बहता है। सुपर सकर मशीनें क्या कर रहीं हैं, आज तक नहीं पता चला। अमृत योजना के तहत क्या कार्य हो रहे हैं पूरे शहर को नहीं पता है।

जेएनएनयूआरएम योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। जलकल और जलनिगम अधिकारी कुछ बताते ही नहीं हैं। इस पर महापौर प्रमिला पांडेय ने जलकल जीएम केपी आनंद को सदन के मंच पर जवाब देने के लिए बुला लिया। महापौर ने भी पूछा कि क्या जलनिगम द्वारा निर्मित ओवर हेड टैंक को जलकल ने टेक ओवर कर लिया है, सुपर सकर मशीन को कहीं कबाड़ तो नहीं कर दिया? पार्षद और महापौर का जवाब न दे पाने पर महापौर ने जीएम को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद सीवर सफाई के मुद्दे पर पार्षदों ने सदन में हंगामा कर दिया।

इसका जवाब देने के लिए जल निगम अधिकारी को बुलाया गया। जब वह भी सही जवाब नहीं दे सके तो जल निगम अभियंता शाहजेब इकबाल को जमकर डांटा। महापौर ने कहा, तुमको कमरे में बंद करूं या पार्षदों के बीच छोड़ दूं। तुम लोगों की वजह से हम लोगों को सुनने को मिलता है। इसके बाद महापौर ने तत्काल उच्च अधिकारी को बुलाने के निर्देश दिए।

कर्मचारी मांगने पर जलकल जीएम को फटकार

जलकल जीएम केपी आनंद ने जब मंच से सही जवाब न देकर महापौर से आउटसोर्स कर्मियों की डिमांड की तो महापौर प्रमिला पांडेय का पारा चढ़ गया। महापौर ने फटकार लगाते हुए कहा कि 250 कर्मचारी नगर निगम में खाली बैठे रहते हैं, उनको जलकल में क्यों नहीं तैनात किया जाता है। उनको तैनात कर वाटर टैक्स की वसूली कराई जाए। हम लोग किसको-किसको आउटसोर्स कर्मचारी देंगे।

जल निगम के अधिकारियों को भगाया

सदन में शाम को पहुंचे जलनिगम के अधीक्षण अभियंता एमपी सिंह को भी मंच पर बुलाया गया, जब उनसे पूछा गया कि सदन में बड़े अधिकारी क्यों नहीं आए तो उन्होंने बताया कि परियोजना प्रबंधक की तबियत खराब है, वह हॉस्पिटल में हैं। महापौर द्वारा समस्याओं पर पूछने पर एमपी सिंह भी जवाब नहीं दे सके, जिसके बाद महापौर ने सभी अधिकारियों से सदन से निकल जाने को कहा। महापौर ने जलनिगम के द्वारा किए गए कार्यों की जांच आईआईटी से कराने के निर्देश दिए।

कैंट में पानी की समस्या हसन रूमी ने उठाई

सदन में पहुचें कैंट के सपा विधायक हसन रूमी ने कहा कि छावनी के सभी वार्डों में पीने के पानी की समस्या है। तीन नलकूप नगर निगम ने जरूर स्वीकृत किए लेकिन अभी उसका लाभ नहीं मिला है। 15वें वित्त के तहत छावनी विधानसभा की सड़कें बनाई जाएं। इस पर महापौर ने चुटकी लेते हुए कहा कि विधायक जी अपनी निधि भी नगर निगम को दें।

माइक पर बोलने को लेकर भिड़े पार्षद

सदन के आधे घंटे के स्थगन के बाद शुरू हुई कार्रवाई में माइक पर बोलने को लेकर भाजपा पार्षद और निर्दलीय पार्षद भिड़ गए। निर्दलीय पार्षद अरविंद यादव ने माइक पर बोलने को लेकर भाजपा पार्षद दल के नेता नवीन पंडित पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चार घंटे से बोलने का मौका नहीं दिया। इस पर पहले दोनों पार्षद के बीच बहस शुरू हो गई। बहस बढ़ी तो भाजपा पार्षदों ने माफी मांगने की मांग उठा दी, जब हंगामा बढ़ा तो महापौर ने कहा कि कुश्ती लड़ लो। महापौर ने नगर आयुक्त से कहा कि अगले सदन में सुरक्षा कर्मी बुलाएं, ताकि जो हंगामा करे उसे बाहर का रास्ता दिखाया जा सके।

25 लाख के काम की फाइलें हों स्वीकृत

सपा पार्षद अभिषेक गुप्ता ने कहा कि नगर निगम सदन हमारा है, लेकिन विधायकों को 50-50 लाख के कार्यों की स्वीकृति दे दी गई। हमारे वार्डों में विधायक काम कराते हैं और हमारा ही नाम नहीं रहता है। पार्षद विकास जायसवाल ने कहा कि जब तक पूरे 25 लाख के कार्यों को नगर आयुक्त स्वीकृति नहीं देते तब तक बजट पर बात नहीं होगी। इसपर महापौर ने मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी से कहा कि सदन 7 दिनों के लिए स्थगित कर रहे हैं, इस दौरान 10 की जगह 25 लाख के कार्यों की स्वीकृति के लिए फाइलें पूरी कर ली जाएं, अगली सदन की बैठक तक उसे पास किया जाएगा। 

मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी सदन से बर्खास्त

नगर निगम में तैनात मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी संध्या रानी को सदन से अनुपस्थित होने पर सदन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। महापौर ने शासन को भी कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखने को अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को नगर निगम में औचक निरीक्षण के दौरान भी वे ऑफिस से नदारद थीं। महापौर ने कहा कि सदन को खिलौना समझने वालों को ताकत का अहसास नहीं है।

स्मार्ट सिटी, परमट मंदिर कॉरिडोर की जांच

सदन में स्मार्ट सिटी के कार्यों और परमट मंदिर कॉरिडोर की जांच के आदेश दिए गए। क्षेत्रीय पार्षद जितेंद्र बाजपेई ने परमट में जलभराव मुद्दा उठाया था। महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि कॉरीडोर के निर्माण में बरती गई लापरवाही की वजह से जलभराव होने लगा है। जिसकी जांच की जाएगी।

एयरपोर्ट से नगर निगम वसूलेगा टैक्स

कांग्रेस पार्षद हाजी सुहैल ने बजट पर चर्चा के दौरान मुद्दा उठाया कि नगर निगम एक्ट में प्रावधान है कि नगर निगम सीमा के अंदर आने वाले हेलिपैड, हवाई पट्टी पर उतरने वाले विमानों से भी टैक्स वसूल सकता है। महापौर ने नगर आयुक्त को तत्काल एक्ट के तहत टैक्स तय कर वसूलने के निर्देश दिए।

हर वार्ड को 3-3 सफाई कर्मी

नवीन पंडित, धीरेंद्र त्रिपाठी, विकास, अवधेश त्रिपाठी समेत कई पार्ष्सदों ने  सदन के अंदर सफाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने वार्डों में सफाई कर्मियों के अभाव को लेकर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की बात कही। सभी ने कम से कम 5-5 पार्षद मांगे जिसके बाद महापौर ने सभी वार्डों में में तीन-तीन सफाई कर्मी बढ़ाने की सहमति दी। इसके साथ ही वार्डों में दिवंगत और रिटायर हुए कर्मचारियों की जगह भर्ती का भी आश्वासन दिया।

 यह भी पढ़ें

- मार्गप्रकाश की व्यवस्था को सही करेगा नगर निगम

- जलनिगम को छोड़ जलकल से कार्य कराने की मांग

- बड़ा चौराहे का नाम कल्याण सिंह के नाम नहीं होगा

- अब दूसरे चौराहों का नाम महापुरुषों के नाम होगा

- स्मार्ट सिटी द्वारा ब्रजेन्द्र स्वरूप पार्क में बना कमरा तोड़ा जाएगा

- पीरोड में खस्ताहाल बारातशाला को तोड़ा जाएगा

संबंधित समाचार