बाराबंकी में खतरनाक लंपी वायरस से 55 मवेशी संक्रमित, विभाग ने किया 44 हजार वैक्सीन लगाने का दावा
बाराबंकी, अमृत विचार। खतरनाक लंपी वायरस से ग्रसित 55 मवेशी मिले हैं। इसे लेकर पशुपालन विभाग ने हाईअलर्ट जारी किया है। पशुपालकों में हड़कंप मचने के बाद शासन से नामित आईएएस अधिकारी आनंद सिंह ने शनिवार को हरख और बनीकोडर ब्लॉक के चार गांवों का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रशासन व पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर टीकाकरण को तेजी से पूरा कराने के निर्देश दिए। विभाग का दावा है कि अब तक 44 हजार वैक्सीन लगाई जा चुकी है। जबकि 41 संक्रमित मवेशियों को ठीक किया जा चुका है।
जानलेवा कही जाने वाले खतरनाक लंपी वायरस बीमारी से जिले के 55 मवेशी पूरी तरह से संक्रमित हो गए थे। इन मवेशियों के शरीर पर बड़े-बड़े छाले दिख रहे थे। इस वायरस के तेजी से पैर पसारने की सूचना मिलते ही जिले को अलर्ट मोड पर रखा गया है। शासनस्तर से इसकी मानीटरिंग हो रही है। हरख ब्लॉक के नीदनपुर, मवैया और टीकाहार और बनीकोडर ब्लॉक के अहमिया समेत कई अन्य गांवों के पालतू मवेशियों में इस बीमारी के फैलने की बात कही जा रही है। लंपी बीमारी से पशुओं को बचाने के लिए पशु चिकित्सा विभाग पूरी तरह लगा हुआ है। विभाग ने 90 हजार वैक्सीन मंगवाई है। जिनमें से 44 हजार वैक्सीन लगाए जाने की बात जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कही जा रही है। नमूने के तौर पर पांच मवेशियों में निकली गांठ काे बरेली स्थित इंडियन वेटनरी रिसर्च सेंटर भेजा गया है।
इस बीमारी से पशुओं को बचाने के लिए शासनस्तर से नामित नोडल अधिकारी आईएएस आनंद सिंह ने हरख और बनीकोडर ब्लॉक के इन गांवों का निरीक्षण किया। और पशुपालकों को हर संभव मदद देने की बात कही। उन्होंने कहा कि लंपी बीमारी से ग्रस्त मवेशियों को अन्य मवेशियों से अलग कर उनका इलाज डॉक्टरों की निगरानी में किया जा रहा है।
निरीक्षण के बाद सिंह ने डीआरडीए में अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.धर्मेंद्र पांडेय ने बताया कि लंपी बीमारी के 55 केस मिले हैं। जिनमें से 44 केस ठीक हो गए है। बाकी का इलाज किया जा रहा है। टीकाकरण को लेकर कर्मचारियों की टीम लगाई गई है।
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