लखनऊ : पर्वतीय महापरिषद के पदाधिकारियों ने मनाया पं गोबिन्द बल्लभ पन्त की जयन्ती

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Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। पर्वतीय महापरिषद के तत्वावधान में रविवार को भारत रत्न पं गोबिन्द बल्लभ पन्त की जयन्ती मनाई गई साथ ही साथ कुमाऊँ के जनकवि व समाज सेवी गिरीश चन्द्र तिवारी ‘‘गिर्दा’’ का जन्म दिवस भी मनाया गया। पर्वतीय महापरिषद के पदाधिकारियों ने विधान सभा मार्ग स्थित भारत रत्न गोविन्द बल्लभ पन्त की मूर्ति पर माल्यार्पण किया जिसमें अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी, महासचिव महेन्द्र सिंह रावत सहित अनेक पदाधिकारी गण उपस्थित थे।

पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में पन्त के संघर्ष को देश सदैव याद रखेगा उनकी अनन्य सेवाओं के लिए 1957 में देश का सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से अलंकृत किया गया जिस पर हमें गर्व है। महासचिव महेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कुमाऊँ में सबसे पहले निःशुल्क व अनिवार्य शिक्षा उपलब्ध कराने का श्रेय पन्त को ही जाता है। मुख्य संयोजक टीएस मनराल ने गिरीश तिवारी ‘‘गिर्दा’’ ने कहा कि इनकी कविताओं में जन पीड़ा की सशक्त अभिव्यक्ति दृष्टिगोचर होती है इसी लिए इनको उत्तराखण्ड का जनकवि कहा गया। संयोजक के एन चंदोला ने जनकवि गिरीश चन्द्र तिवारी ‘‘गिर्दा’’ की कविताओं का वाचन किया पन्त को स्वतंत्रता का जन नायक कहा।

इस अवसर पर पर्वतीय महापरिषद के पदाधिकारी प्रो आरसी पन्त, नारायण दत्त भरतोला, बिशन दत्त जोशी, नन्दन सिंह बिष्ट, एचसी ओली, के एस रावत, रमेश उपाध्याय, के एन पाठक, महेन्द्र सिंह मेहता, पूरन जोशी, आनन्द सिंह भण्डारी, लक्ष्मण सिंह धामी,गंगा भट्ट, मंजू शर्मा पडेलिया, जानकी अधिकारी, माया भट्ट, भुवन पाण्डेय, बंसंत बल्लभ भट्ट, गोपाल सिंह गैलाकोटी समेत कई लोग उपस्थित रहे।

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