राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- राजनीति में भी बढ़ना चाहिए महिलाओं का प्रतिनिधित्व 

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

गांधीनगर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कागज रहित कामकाज को बढ़ावा देने के लिए गुजरात विधानसभा की राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (एनईवीए) परियोजना का उद्घाटन किया और कहा कि जब महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं तब राजनीति में भी उनका प्रतिनिधित्व बढ़ना चाहिए। राष्ट्रपति ने बुधवार को शुरू हुए गुजरात विधानसभा के चार दिवसीय मानसून सत्र के दौरान विधायकों को भी संबोधित किया।

ये भी पढ़ें - सुप्रीम कोर्ट परिसर के पार्क में पहुंचे प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़, बार नेताओं से की बातचीत

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘ जब महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं, चाहे वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी हो, रक्षा या खेल हो, तो राजनीति में भी उनका प्रतिनिधित्व बढ़ना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि देश भर के शैक्षणिक संस्थानों के दौरे के समय उन्होंने लड़कियों में जीवन में आगे बढ़ने और देश और समाज के लिए कुछ करने की आकांक्षा देखी और महिलाओं को उचित अवसर मिले तो वे पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकती हैं।

मुर्मू ने कहा कि देश के समग्र विकास के लिए आधी आबादी की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन के गठन का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के बाद यह भारत के नेतृत्व में उठाया गया एक और महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यह गुजरात जैसे राज्य के लिए एक अच्छा अवसर है, जो ऊर्जा के नवीन और गैर-पारंपरिक स्रोतों को बढ़ावा देता है।

मुर्मू ने कहा कि प्रौद्योगिकी लोगों के जीवन को आसान बनाने का एक महत्वपूर्ण साधन है और ई-विधान विधायकों को लोगों से जुड़े रहने में और मदद करेगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि विधायक संसदीय मर्यादा और गरिमा को बरकरार रखते हुए इस सदन में जन कल्याण की चर्चा के नये मानक स्थापित करेंगे।

राष्ट्रपति ने उम्मीद जतायी कि विधायकों के प्रयास न केवल गुजरात को और अधिक समृद्ध राज्य बनाने में बल्कि वर्ष 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने में भी महत्वपूर्ण होंगे। मुर्मू ने कहा कि आज ई विधानसभा का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण कदम है तथा राष्ट्रीय ई विधान एप्लीकेशन के जरिये यह विधान सभा एक डिजिटल सदन में बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि इस एप्लीकेशन के जरिये इस सदन के सदस्य, देश की संसद और अन्य विधान सभाओं और विधान परिषदों के सर्वश्रेष्ठ चलन को देख सकते हैं।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि “एक राष्ट्र, एक एप्लीकेशन” के लक्ष्य से प्रेरित यह कदम गुजरात विधान सभा के काम-काज में और अधिक गति एवं पारदर्शिता लाएगा।’’ उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य की आर्थिक उन्नति में उसके मानव संसाधन की अहम भूमिका होती है।

मुर्मू ने कहा कि मानव संसाधन के विकास के लिए जनता को अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था, गुणवत्ता-पूर्ण शिक्षा, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे खुशी है कि गुजरात सरकार ने इन विषयों पर भरपूर ध्यान दिया है।’’

ये भी पढ़ें - केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले BJP विधायक पार्टी से निलंबित

संबंधित समाचार