शाहजहांपुर: रामगंगा नदी की बाढ़ से गांवों में भरा पानी, 10 हजार लोग प्रभावित
सड़कों-खेतों में पानी भरने से पशुओं के लिए चारे का संकट
शाहजहांपुर, अमृत विचार। रामगंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे गांव कीलापुर, पहरुआ, बीघापुर पूर्वी, तारापुर, आलमगंज, आजादनगर, गुलड़िया और इस्माइलपुर आदि कई गांवों में पानी भर गया है। इससे करीब 10 हजार लोग प्रभावित हैं। सड़कों और खेतों में पानी भरने की वजह से पशुओं के लिए चारे का संकट उत्पन्न हो रहा है। वहीं प्रशासन का दावा है कि अभी कहीं भी बाढ़ के हालात नहीं हैं। रामगंगा, गर्रा और खन्नौत सहित नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बाढ़ से बचाव की सभी तैयारियां पूरी हैं।
गंगा नदी का जलस्तर कछला घाट गेज स्थल पर 0.08 सेंटीमीटर घटा। गंगा नदी का जलस्तर भैसार ढाईघाट गेज स्थल पर 0.03 सेंटीमीटर बढ़ गया है। इसी तरह रामगंगा नदी का जलस्तर चौबारी घाट गेज स्थल पर 3.30 बढ़ गया है। डबरी घाट गेज स्थल पर रामगंगा नदी का जलस्तर 1.25 बढ़ा।
गर्रा नदी का जलस्तर अजीजगंज पुल पर 0.5 सेंटीमीटर बढ़ा। इसी तरह खन्नौत नदी का जलस्तर लोधीपुर पुल पर 0.35 सेमी बढ़ गया है। दूसरी और गंगा नदी में नरोरा बैराज से 46458 क्यूसेक पानी गुरुवार को फिर छोड़ दिया गया। 39280 क्यूसेक पानी विभिन्न बैराजों से रामगंगा नदी में छोड़ दिया गया। इसी तरह गर्रा नदी में 2946 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। निचले इलाकों में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
बीते दो दिन से लगातार पानी बढ़ रहा है। जिससे किनारे रहने वाले लोगों की धड़कन बढ़ी हुई है। बहरहाल, जिले की चार नदियों में पानी बढ़ गया। मिर्जापुर क्षेत्र का गांव बीघापुर पूर्वी, कीलापुर, पहरुआ आदि गांव चौतरफा पानी से घिर गए हैं। इतना ही नहीं इन गांवों के रास्तों पर घुटने तक पानी भरा है और खेतों में भी बाढ़ के कारण चारे तक की समस्या उत्पन्न हो रही है। गांव में पानी भरने से संक्रामक रोग फैलने की आशंका जताई जा रही है।
यह भी पढ़ें- शाहजहांपुर: तेज रफ्तार बाइक की चपेट में आया कक्षा एक का मासूम छात्र, मौत
