लखीमपुर-खीरी: कार की टक्कर से युवक की मौत, पुलिस चौकी का घेराव कर लोगों ने किया प्रदर्शन
लखीमपुर-मैगलगंज मार्ग जाम कर की नारेबाजी
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार: थाना नीमगांव क्षेत्र की पुलिस चौकी बेहजम के गांव अछनियां के निकट तेज रफ्तार कार की टक्कर से एक युवक की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस के शव परिवार वालों के पहुंचने से पहले थाना नीमगांव ले गए। जिससे नाराज परिवार वालों ने सैकड़ों लोगों के साथ पुलिस चौकी का घेराव के साथ ही लखीमपुर-मैगलगंज मार्ग पर जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
सूचना पर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे सीओ ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। हादसा शुक्रवार की दोपहर करीब 12 बजे लखीमपुर-मैगलगंज मार्ग पर हुआ। थाना फरधान के गांव लखनापुर निवासी प्रदीप दीक्षित (30) दूध का कारोबार करते थे। वह रोज की तरह शुक्रवार की सुबह भी गांव अमघट स्थित पराग डेयरी पर दूध पहुंचाने गये थे। दोपहर बाइक से वापस अपने घर जा रहे थे।
तभी मालिगवा गांव के निकट बेहजम की तरफ से आ रही तेज रफ्तार एक्सयूवी कार ने कस्त्ता की तरफ़ से आ रहे प्रदीप दीक्षित की बाइक में सामने से टक्कर मार दी। वह हेलमेट भी लगाए थे। टक्कर इतनी तेज हुई कि प्रदीप दीक्षित की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद एक्सयूवी कार मौके पर छोड़कर चालक भाग निकला। दुर्घटना के बाद बड़ी संख्या में लोगों की हाईवे पर भीड़ लग गई।
इधर सूचना पर पहुंची थाना नीमगांव पुलिस ने सड़क पर लगी भीड़ को हटाकर रास्ता खुलवाया और आनन-फानन में शव को पंचायतनामा की कार्रवाई के लिए उठाकर थाना नीमगांव ले गई। उधर हादसे की सूचना पाकर परिवार के लोग भी तमाम ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्हें जब इस बात का पता चला कि पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है तो वह भड़क गए।
गुस्साए परिजन बड़ी संख्या में लोगों के साथ बेहजम पुलिस चौकी पहुंचे और घेराव कर प्रदर्शन करने लगे। लखीमपुर-मैगलगंज मार्ग पर भी जाम लगा दिया। लोगों का आक्रोश देख पुलिस के होश उड़ गए। चौकी पुलिस ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। परिजनों का कहना था कि शव वापस चौकी पर लाया जाए और फरार चालक को गिरफ्तार किया जाए। गिरफ्तारी के बाद ही शव का पोस्टमार्टम होगा।
हालात खराब होते देख स्थानीय पुलिस ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। इस पर आसपास के थानों की पुलिस के साथ सीअो मितौली सुबोध जायसवाल भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने परिवार वालों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिजन अपनी बात पर अड़ गए।
इस पर पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा। पुलिस थाना नीमगांव से शव पुलिस चौकी बेहजम लाई। सीअ ो के चालक की शीघ्र गिरफ्तारी करने का आश्वासन देने पर लोग शांत हुए और सड़क और चौकी से हटे। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पिता की मौत के बाद पूरे परिवार की थी जिम्मेदारी: प्रदीप दीक्षित के पिता की करीब दो साल पहले मौत हो गई थी। पिता का साया सिर से हटने के बाद प्रदीप के कंधों पर पूरे परिवार का भार था। वह दूध का कारोबार कर अपने पांचो भाईयों व बूढी मां सुमन के साथ ही अपने परिवार का भी पालन पोषण करता था।
बूढी मां सुमन का रो रोकर हाल बेहाल है। वह कहती हैं की पिता के देहांत के बाद बड़ा बेटा अपने पांचों भाईयो की देख रेख करता था। ईश्वर को मंजूर नहीं था। उसने मेरे बुढ़ापे की लाठी छीन ली।
जाम के दौरान फंसी रही एंबुलेंस: लखीमपुर-मैगलगंज पर लोगों के जाम लगाने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस जाम में मरीज को लेकर जा रही एक 102 एंबुलेंस भी फंस गई। हालांकि पुलिस ने किसी तरह से मशक्कत कर एंबुलेंस को रास्ता दिलाया। तब जाकर करीब 20 मिनट के बाद एंबुलेंस निकल सकी।
कुछ लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया था और पुलिस चौकी पर भी एकत्र हो गए थे। सभी को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया है। मृतक के साले की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी चालक की तलाश कराई जा रही है। क्षतिग्रस्त दोनों वाहन नीमगांव पुलिस के कब्जे में हैं।- सुबोध कुमार जायसवाल सीओ मितौली।
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