Kanpur News: किसान की आत्महत्या का मामला, अखिलेश यादव ने किया ट्वीट, पूछा- भाजपाइयों को विशेष छूट क्यों
कानपुर में किसान की आत्महत्या प्रकरण में अखिलेश ने कसा तंज।
कानपुर में किसान की आत्महत्या प्रकरण में अखिलेश यादव ने तंज कसा। उन्होंने ट्विटर पर सरकार से पूछा, भाजपाइयों को विशेष छूट क्यों। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्या बुलडोजर को विशेष लाइसेंस लेना पड़ेगा।
कानपुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री को सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या करने वाले चकेरी के किसान बाबू सिंह यादव का मामला लखनऊ तक पहुंच गया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर किसान की मौत को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। तंज कसते हुए उन्होंने पूछा कि आखिर भाजपाइयों को अपराध में विशेष छूट क्यों मिलती है? भाजपाइयों पर क्यों नहीं होती बुलडोजर की कार्रवाई।
शनिवार सुबह बाबू सिंह यादव ने ट्रेन के आगे लेटकर जान दे दी थी। सुसाइड नोट में उन्होंने भाजपा नेता डॉ. प्रियरंजन आशु दिवाकर पर साथियों के साथ मिलकर अपनी साढ़े छह करोड़ करोड़ की जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं।
अखिलेश यादव ने पहले ट्विटर पर लिखा, भाजपा नेता डॉ.प्रियरंजन की बदनीयत और धोखाधड़ी एक किसान बाबू सिंह की आत्महत्या का कारण बनी, इसके पर्याप्त सबूत हैं। डॉ.प्रियरंजन की अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है? भाजपाइयों को अपराध में विशेष छूट क्यों मिलती है? क्या भाजपाइयों पर कार्रवाई करने के लिए बुलडोजर को कोई विशेष ड्राइविंग लाइसेंस लेना पड़ता है?
किसान बाबू संह यादव के भतीजे धर्मेंद्र और अरविंद यादव ने बताया कि चाचा बाबू सिंह के पास अहिरवां के मौजा में साढ़े छह बीघा जमीन थी। जिसकी कीमत करीब साढ़े छह करोड़ थी। 18 मार्च 2023 को चकेरी के भाजपा नेता आशु उर्फ प्रिय रंजन दिवाकर का चाचा से इस जमीन का 6.5 करोड़ रुपये में सौदा हुआ था। इसके बाद आशु ने उन्हें एक होटल में बुलाकर धोखाधड़ी से उनकी पूरी जमीन की लिखा-पढ़ी करा ली थी।
परिजनों का आरोप था कि चाचा ने बीते छह महीने से अपनी जमीन के रुपये पाने के लिए थानेदार से लेकर डीसीपी और पुलिस कमिश्नर दफ्तर के चक्कर काटे लेकिन किसी ने भी सुनवाई नहीं की थी। मृतक किसान की बेटी काजल ने बताया कि माफियाओं ने जमीन हड़पने के बाद रातों-रात हाउसिंग सोसाइटी बसा दी। उनके पिता अपनी जमीन पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए थे।
आरोपी भाजपा नेता और उसके साथी वहां प्लाटिंग करा रहे थे। जिसके बाद वह डिप्रेशन में चले गए थे। घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर पूर्व मु्ख्यमंत्री ने तीखा तंज सरकार के लिए कसा है।
