
पीलीभीत: पूर्व मंत्री के बाद एसडीएम भी नाकाम, पांच अक्टूबर के ऐलान ने बढ़ाई धड़कन..जानिए मामला
पीलीभीत/ बिलसंडा,अमृत विचार। गांव दियुरिया खुर्द स्थित आश्रम से सटे सरोवर का आवंटन निरस्त कराने की मांग को लेकर पांच दिनों से चल रहा संतों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। संत हनुमान दास द्वारा पांच अक्टूबर को जिंदा समाधि लेने की चेतावनी से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा है। एसडीएम भी वार्ता करने पहुंचे लेकिन बात नहीं बन सकी। एसडीएम ने शीघ्र समस्या का निस्तारण कराने का आश्वासन दिया है।
बता दें कि सोमवार देर शाम धरना स्थल पर पहुंचे एसडीम सचिन कुमार से संतों ने कहा कि इस सरोवर से श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी है। गांव लिलहर में लगने वाले मेले में आते-जाते वक्त श्रद्धालु इस आश्रम पर ठहरते भी हैं। आए दिन धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही भंडारा होता है। बावजूद इसके वर्ष 2020 में गुपचुप तरीके से सरोवर का आवंटन कर दिया गया। संतों ने सरोवर के आवंटन को निरस्त कराने की मांग उठाई। एसडीएम ने यह सुझाव दिया कि अगर सरोवर में पट्टा धारक मछली पालन की बजाय सिंघाड़ा उत्पादन करे, तब तो कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इस पर संतों ने इंकार कर दिया। कहा कि सरोवर का आवंटन किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं होगा। जब तक आवंटन निरस्त नहीं हो जाता, तब तक संत धरने पर बैठे रहेंगे।
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