अयोध्या : 345 कालेजों ने नहीं दिखाई प्रोजेक्ट अलंकार में रुचि
जर्जर और पुराने भवनों की मरम्मत के लिए लागू योजना हुई बेकार
अयोध्या, अमृत विचार। जर्जर एवं पुराने अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के भवनों के मरम्मत एवं पुनर्निर्माण के लिए बनी योजना प्रोजेक्ट अलंकार से विद्यालय के प्रबंधकों ने दूरी बना ली है। शासन ने मरम्मत के लिए बनाए गए एस्टीमेट में 75 फीसदी की छूट दी है। बावजूद इसके कोई विद्यालय आगे नहीं आ रहा है। जिले भर में करीब 345 अशासकीय सहायता प्राप्त कालेज हैं।
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के भवनों के मरम्मत एवं पुनर्निर्माण के लिए लगने वाली कुल धनराशि में से शासन प्रोजेक्ट अलंकार के तहत विद्यालय प्रबंधन को 75 प्रतिशत धनराशि देने को तैयार है। साथ ही अशासकीय विद्यालयों में मूलभूत ढांचागत विकास यानी बिल्डिंग निर्माण, मरम्मत आदि के लिए शासन स्तर से कार्यदायी संस्था के नामित करने के शर्तों में भी ढील दे दी है। इन सब छूट आदि के साथ ही अशासकीय विद्यालय प्रबंधकों को योजना में शामिल होकर लाभ उठाने के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक से लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक ने कई दौर की बैठकें विद्यालय प्रबंधकों संग की। बावजूद इसके कोई भी विद्यालय प्रबंधक योजना में शामिल होने को तैयार नहीं हुआ।
प्रबंधक कहते हैं कि अगर शासन स्तर से जांच करवा दिया गया तो जांच की मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ेगी। यही वजह है कि विद्यालय प्रबंधक किसी प्रकार के पचड़े में पड़ने की बजाए योजना से दूर हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ राजेश कुमार आर्या का कहना है कि इस योजना के तहत कालेज प्रबंधन को बाध्य नहीं किया जा सकता है। प्रेरित करने के लिए प्रयास है।
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