शाहजहांपुर: जेसीबी समेत पकड़े के सड़क उखाड़ने वाले पांचों आरोपी गए जेल
जैतीपुर, अमृत विचार। जैतीपुर-दातागंज मार्ग को करीब 370 मीटर सड़क उखाड़ने वाले पांच आरोपियों का पुलिस ने शनिवार को चालान भेज दिया। पांचों को जेल भेज दिया गया है। उधर मुख्य आरोपी और विधायक का करीबी जगवीर अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
हालांकि शनिवार की तड़के एसओजी टीम ने बरेली के फरीदपुर स्थित जगवीर के आवास पर फिर दबिश दी गई, लेकिन वह वहां मौजूद नहीं था। उधर, ठेकेदार ने रंगदारी मांगने की भी बात कही है, जिससे पुलिस ने धारा 386 की बढ़ोत्तरी की है।
जैतीपुर थाना क्षेत्र में फतेहगंज पूर्वी-दातागंज बदायूं रोड का चौड़ीकरण चल रहा है। रोड बनाने का ठेका गोरखपुर की फर्म मैसर्स शकुंतला सिंह को मिला। 12 करोड़ रुपये की लागत से सात किलोमीटर की सड़क बन रही है। दो अक्टूबर की रात दबंगों ने जेसीबी से सड़क को उखाड़ दिया, जान से मारने की धमकी दी और प्लांट में आग लगाने की भी धमकी दी थी।
ठेकेदार रमेश सिंह ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए विधायक के करीबी जगबीर पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने डीएम से शिकायत की। इधर, मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी जगबीर के भाई विनोद, पंचू गंगवार, पवन कुमार, रामबरन और सुरजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इन लोगों ने गुनाह कबूल करते हुए बताया कि जगबीर के बुलाने पर दो अक्टूबर की रात साइट पर पहुंचे थे और उसके बाद जगबीर के कहने पर ही जेसीबी मंगवाई। 30-40 मिनट तक जेसीबी से सड़क को उखाड़ा।
पुलिस खंगाल रही संपत्ति का ब्यौरा
मुख्य आरोपी जगवीर की संपत्ति का ब्यौरा भी पुलिस खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, करोड़ों की संपत्ति का मालिक जगवीर के पास बरेली, फतेहगंज पूर्वी आदि में करोड़ों की कृषि भूमि और कई मकान हैं। रामगंगा के किनारे स्थित उसकी जमीन को लेकर कई बार विवाद भी चर्चा में आया।
पांच प्रतिशत कमीशन न देने पर उखाड़ा रोड
थाना प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपी पंचू गंगवार, पवन, विनोद, रामबरन और सुरजीत ने पुलिस को बताया कि ठेकेदार रमेश सिंह द्वारा बनाए जा रहे रोड का कार्य कुछ ही दिन में समाप्त होने वाला था। कई बार कहने के बाद भी जगवीर से रमेश सिंह मिलने नहीं आए।
जगवीर रमेश सिंह से पांच प्रतिशत कमीशन मांग रहा था। न देने पर जगवीर ने पंचू गंगवार, पवन, विनोद, रामबरन और सुरजीत के अलावा कुछ अन्य लोगों को साथ लिया और रोड पर पहुंच गया। इसके बाद लेबर को मारपीट कर भगा दिया। इसके बाद जेसीबी से रोड खोद दिया। इसके बाद सभी आरोपी घर चले गए। बताया कि जगवीर नहीं जानता था कि ठेकेदार उस पर भारी पड़ जाएगा, यदि जानता तो जगवीर ऐसा नहीं करता।
विधायक ने साधी चुप्पी
भाजपा विधायक वीर विक्रम सिंह प्रिंस ने दो दिन पहले ठेकेदार द्वारा षडयंत्र रचने की बात की थी और आरोपों को निराधार बताया था। उन्होंने 30 प्रतिशत बिलो टेंडर पर ठेका लेने की भी जानकारी दी थी, लेकिन जबसे मुख्यमंत्री ने मामले में रूख सख्त किया है तो उन्होंने फोन उठाना ही बंद कर दिया है। इससे जाहिर है कि विधायक ने मामले में चुप्पी साध ली है।
सड़क खोदने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से जेसीबी बरामद की है। विवेचना के दौरान रंगदारी मांगने की बात ठेकेदार व अन्य कर्मचारियों ने बताई है। इसलिए एफआईआर में धारा 386 बढ़ाई गई है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं---संजीव कुमार वाजपेयी, एएसपी ग्रामीण।
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