बरेली: चार सौ बीघा जमीन पर कब्जा कराने वाले लेखपाल का तबादला, कार्रवाई लटकी
जांच में दोषी पाए जाने के एक महीने बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं, दूसरी जांच रिपोर्ट का हो रहा इंतजार
बरेली, अमृत विचार। मीरगंज तहसील के मोहम्मदगंज में पट्टे और ग्राम समाज की सैकड़ाें बीघा जमीन पर किसानों का अवैध तरीके से कब्जा कराने के मामले में दोषी पाए जा चुके चकबंदी लेखपाल के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पहले उसका राजस्व विभाग में तबादला कर दिया गया। वहीं, अधिकारी उसके खिलाफ चल रही दूसरी जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन एक महीने बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है।
दरअसल, कई साल पहले मोहम्मदगंज में एसीओ चकबंदी सुनील कुमार और चकबंदी लेखपाल रामवीर सिंह ने नियम-कानून को दरकिनार कर असंक्रमणीय जमीन काे संक्रमणीय में परिवर्तित कर किसानों के नाम करते हुए अवैध तरीके से कब्जा करा दिया था। गांव के रविंद्र सिंह ने सीएम कार्यालय में शिकायत की थी। जांच में आरोप सही पाए गए थे, लेकिन लेखपाल पर कार्रवाई नहीं हुई। रविंद्र सिंह इसके बाद आईजीआरएस से लेकर तमाम स्तर पर शिकायत की। सीएम कार्यालय से मामले का संज्ञान लिए जाने के बाद तत्कालीन एडीएम सिटी की अध्यक्षता में एसडीएम मीरगंज, सीओ चकबंदी द्वितीय अनुराग दीक्षित ने दोबारा जांच की थी।
चकबंदी आयुक्त और बंदोबस्त अधिकारी पवन सिंह को भेजी गई रिपोर्ट में एसीओ सुनील कुमार और चकबंदी लेखपाल रामवीर सिंह दोषी पाए गए थे। दाेषी लेखपाल का पक्ष जानने के लिए सीओ चकबंदी प्रथम को जांच सौंपी गई थी। जवाब देने के लिए लेखपाल ने 15 दिन का समय मांगा था। एक महीने पूरा हो चुका है, लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हाे सकी है। वहीं, बीते दिनों लेखपाल का राजस्व विभाग में तबादला हो गया है। बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी पवन सिंह ने बताया कि एक साथ हुए लेखपालों के तबादले में रामवीर का भी तबादला तहसील में हो गया है। इससे जांच पूरी होने में थोड़ा समय लगा है। समय देने का प्रावधान है। तीन-चार दिन में दूसरी जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इसके बाद लेखपाल पर कार्रवाई होगी। एसीओ पर कार्रवाई चकबंदी आयुक्त के स्तर से होनी है।
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