डेंगू का डंक: ...फिर महिला समेत तीन की मौत, तीन दिन में 22 की गई जान
शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में डेंगू और बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर में एक युवती और कलान में एक महिला और पुवायां में वृद्ध ने डेंगू की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। मौतों का आंकड़ा इस कदर बढ़ रहा है कि जिले में तीन दिन में 22 लोगों की जानें जा चुकी हैं। जबकि एक सप्ताह के अंदर 34 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
जिले के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों व गांव स्तर पर झोलाछापों के यहां मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इन मौतों पर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। इसकी बानगी डीएम के आदेश पर स्वास्थ्य केंद्रों पर की जांच में मिल चुकी हैं, जहां स्वास्थ्य कर्मचारी गायब मिल चुके हैं। प्रशासन की ओर से नकेल कसे जाने के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग बीमारी को कंट्रोल नहीं कर पा रहा है।
शहर के मोहल्ला बाडूजई निवासी अफताब की 20 वर्षीय बेटी मंजश शाह को पांच दिन बुखार आ रहा था। उसका प्राइवेट डाक्टर से इलाज चल रहा था। शनिवार की सुबह नौ बजे युवती की तबीयत अधिक खराब हो गई। परिवार वाले उसे प्राइवेट अस्पताल में ले गए। फाजिल ने बताया कि उसकी भतीजी की जांच की गई। डाक्टर ने डेंगू बुखार बताया था। शनिवार की रात नौ बजे युवती की मौत हो गई। उसकी शादी नहीं हुई थी। चार बहनों में सबसे छोटी थी। मौत की खबर से परिवार में रोना पीटना मच गया। उधर, पुवायां में रामलीला मैदान के निकट बनी कालोनी में रहने वाले 60 वर्षीय राजेश वर्मा की डेंगू की बीमारी के चलते शनिवार शाम मौत हो गई।
कलान। क्षेत्र के गांव मलेवा गांव निवासी सोनपाल यादव की पत्नी सावित्री देवी को तीन दिन से बुखार आ रहा था। परिवार के लोगों ने पहले तो मेडिकल स्टोर से दवा ली, जिसके बाद बुखार उतर गया, लेकिन दवा का असर कम होने पर बुखार फिर से चढ़ आया। फायदा नहीं होने पर परिजनों ने कलान कस्बे में प्राइवेट चिकित्सकों के यहां इलाज कराया। लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो पा रहा था। इस पर परिजनों ने ब्लड जांच कराई तो उसमें डेंगू होने की पुष्टि हुई।
इसके बाद परिवार वाले हालत गंभीर होने पर बदायूं के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां शनिवार देर शाम उपचार के दौरान सावित्री देवी की मौत हो गई। वहीं गांव में कई लोग बुखार व डेंगू से पीड़ित हैं, हालत यह है कि एक ही परिवार के कई-कई लोग बुखार की चपेट में है। कोई दवा खाकर काम कर रहा है, तो कोई गांव में व कई लोगों का कस्बे के डॉक्टरों के यहां इलाज करवा रहा है।
वहीं प्रधान शेर सिंह यादव का बेटा दर्शन यादव भी डेंगू की चपेट है। जिसका बदायूं के प्राइवेट अस्पताल में इलाज हो रहा है। बुखार की वजह से क्षेत्र में कई लोगों की जानें जा चुकीं हैं। वहीं पृथ्वीपुर गांव में भी अमित कुमार, राहुल कुमार, रामखिलाड़ी, अवनीश ,राकेश , श्रीनिवास, पप्पू पाल तमाम लोग बुखार से पीड़ित हैं।
अंत्येष्टि में शामिल हुए सांसद,जताया दु:ख
नगर के रामलीला मैदान के निकट बनी कालोनी में रहनेवाले राजेश वर्मा 60 की डेंगू की बीमारी के कारण निधन की सूचना पर सांसद अरुण सागर ने उनके अंतिम संस्कार में सम्मिलित होकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। सांसद ने सीएमओ को फोन कर कहा कि जिले भर में महामारी की तरह से फैल चुके डेंगू बुखार एवं अन्य संक्रामक रोगों नियंत्रण पाने के लिए जरूरी कार्रवाई करें, ताकि जनता को राहत मिल सके।
बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से कम हो रही है। गांवों में भी टीमें जाकर दवाइयों का वितरण कर रही हैं। उम्मीद है कि अगले चार-पांच दिन में बुखार पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया जाएगा।-डॉ. आरके गौतम, सीएमओ
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