रामपुर : चार घंटे तक कोर्ट कस्टडी में रहे आजम, अब्दुल्ला और डा. तजीन, जीप में बैठते ही जिंदाबाद के लगे नारे
करीब सवा चार बजे तीनों को भेजा गया जेल, बड़े बेटे अदीब आजम ने रोते हुए किया विदा रोते हुए भेजा जेल, 03 जनवरी 2019 को भाजपा विधायक आकाश सक्सेना दर्ज कराया था मुकदमा
रामपुर, अमृत विचार। सपा नेता आजम खां, उनकी पत्नी डा. तजीन फात्मा और अब्दुल्ला आजम खां करीब एक बजे कोर्ट में प्रवेश कर गए। उसके कुछ देर के बाद तीनों को कोर्ट ने दोषी करार दिया। जिसके बाद पुलिस ने उनको कस्टडी में ले लिया। लंच के बाद करीब ढाई बजे कोर्ट ने सजा सुनाई। कागजी कार्रवाई के बाद तीनों को सिविल लाइन इंस्पेक्टर की गाड़ी से उनको कड़ी सुरक्षा के बीच जिला कारागार में पहुंचाया गया। जहां उनके बड़े बेटे अदीब आजम ने उनको रोते हुए विदा किया।
आखिरकार दो जन्मप्रमाण पत्र मामले में कोर्ट ने बुधवार को सपा नेता आजम खां, पत्नी तजीन फात्मा और पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खां को फैसला सुना दिया। आजम खां समेत तीनों ने दोपहर करीब 12 बजकर 52 मिनट पर एमपी-एमएलए सेशन मजिस्ट्रेट ट्रायल में सुरक्षा के बीच प्रवेश किया। उसके बाद करीब सवा एक बजे कोर्ट ने तीनों को दोषी करार दिया। दोषी करार देते ही पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया। उसके बाद लंच हो गया। दो बजे दोबारा से कोर्ट का काम शुरू हो गया।
उसके बाद करीब ढाई बजे आजम खां सहित तीनों आरोपियों को सभी धाराओं में सजा सुनाई गई। जिसके बाद सपा समर्थकों के चेहरे मायूस हो गए। जबकि भाजपा समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। कोर्ट ने कानूनी कार्रवाई करते हुए करीब सवा चार बजे आजम खां और उनके परिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट से एसपी ऑफिस तक तीनों को पैदल ही लाया गया।
फिर सिविल लाइन इंस्पेक्टर की सरकारी जीप में तीनों को कचहरी परिसर से रवाना किया गया। उसके बाद कुछ ही मिनटों में उनका वाहन जिला कारागार पहुंच गया। जहां उनका बेटा और उनके समर्थकों ने उनसे मुलाकात की। बड़े बेटे अदीब आजम ने पिता को गले लगाया। जहां उसके आंसू आ गए। उसके बाद आजम खां ने अपनी पत्नी का हाथ पकड़कर जिला कारागार के अंदर प्रवेश किया। जबकि उनका बेटा अब्दुल्ला आजम खां सबसे आगे चल रहा था। उसके बाद करीब पौने पांच बजे वह जिला कारागार में प्रवेश कर गए।
छजलैट प्रकरण में दोबारा चली गई थी विधायकी
सपा के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम दूसरी बार 2022 में स्वार टांडा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े और वह जीत भी गए, लेकिन मुरादाबाद के छजलैट प्रकरण के 15 साल पुराने मामले में कोर्ट ने उनको दोषी ठहराते हुए 14 फरवरी 2023 को दो साल की कैद व तीन हजार रुपये जुर्माना अदा करने की सजा सुनाई थी, जिसके बाद उनकी विधायकी दूसरी बार भी चली गई थी। हालांकि इसमें आजम खां को दोषी बनाया गया है।
जीप में बैठते ही आजम खां जिंदाबाद के लगे नारे
रामपुर। आजम खां के जेल जाने के दौरान जैसे ही वह जीप में बैठे तो उनके समर्थकों ने आजम खां जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। जबकि बहुत से समर्थक उनके सरकारी वाहन के पीछे-पीछे चलते रहे। आजम खां, उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्ला आजम खां को बुधवार को सजा सुनाए जाने की जानकारी पूरे शहर में एक दिन पहले ही चर्चा का विषय बन गई थी। जिसके बाद बुधवार सुबह से ही आजम खां के समर्थकों का सुबह से ही कोर्ट में पहुंचना शुरू हो गया था।
आजम खां के कोर्ट में प्रवेश करते ही कोर्ट के चारो ओर उनके समर्थक नजर आने लगे। इतना ही नहीं दोपहर बाद चारो ओर आजम खां के समर्थक ही समर्थक नजर आ रहे थे। शाम को जब वह करीब सवा चार बजे पुलिस ने उनको जीप में बैठाया तो इस जीप में बैठते ही आजम खां जिंदाबाद के नारे लगने लगे। उसके बाद पुलिस उनको लेकर रवाना हो गई। समर्थक उनके वाहन के पीछे-पीछे जिला कारागार तक गए। इस दौरान अनुराधा चौहान, वीरेंद्र गोयल, ओमेंद्र चौहान के अलावा काफी कार्यकर्ता भी उनके साथ रहे।
करीब एक घंटे तक आमने-सामने रहे विधायक और सपा नेता आजम खां
रामपुर। सपा नेता आजम खां अपने बेटे और पत्नी के साथ करीब एक बजे कोर्ट में पहुंचे। उसके कुछ समय के बाद विधायक आकाश सक्सेना को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया। इस बीच करीब एक घंटे तक दोनों आमने-सामने रहे। उसके बाद इस केस से जुड़े लोगों को ही कोर्ट के अदंर रहने दिया गया। इसके अलावा सभी को बाहर कर दिया गया। अधिवक्ताओं को अंदर जाने दिया जा रहा था। हालांकि वादकारी पूरे दिन इस केस के चक्कर में पूरे दिन परेशान रहे।
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