हल्द्वानी: पटाखों के धुएं ने बढ़ाई टेंशन, फूलने लगी सांसें

हल्द्वानी: पटाखों के धुएं ने बढ़ाई टेंशन, फूलने लगी सांसें

हल्द्वानी, अमृत विचार। दीपावली पर हुई आतिशबाजी से वातावरण प्रदूषित हो गया है। इसके असर से अब लोगों की सांसें फूलने लगी हैं। बेस और एसटीएच में सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मंगलवार को बेस में करीब 15 मरीज सांस फूलने की समस्या लेकर पहुंचे। 

बेस अस्पताल की वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. विनीता निर्खुपा ने बताया कि मंगलवार को ओपीडी में मरीजों की काफी भीड़ रही। सुबह से ही ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लग गई थी। करीब 120 से अधिक मरीज देखे गये। इनमें 15 मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। कुछ मरीज अस्थमा से पीड़ित थे।

डॉ. विनीता ने बताया कि दीपावली पर आतिशबाजी के कारण हुए धुएं से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। खासकर अस्थमा के मरीजों को खासी दिक्कत हो रही है। इसके अलावा बदलते मौसम के असर से भी लोगों की सेहत खराब हो रही है। बुखार, वायरल, खांसी-जुकाम के मरीज काफी बढ़ गये हैं। 
 

इधर, एसटीएच के टीबी एवं श्वास रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आरजी नौटियाल ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों की पहले से ही दवा की डोज बढ़ा दी गई थी। साथ ही मरीजों को इनहेलर साथ रखने को कहा गया था। नए मरीजों को दिक्कतें धूम्रपान करने वाले मरीजों में सर्दी के मौसम में ज्यादा दिक्कत होती है।

ओपीडी में उमड़ी मरीजों की भीड़
दीपावली पर अवकाश के बाद मंगलवार को बेस, महिला अस्पताल और एसटीएच में मरीजों की खासी भीड़ रही। बेस अस्पताल में जहां ओपीडी में 780 मरीज देखे गये। वहीं एसटीएच में 1000 मरीजों की ओपीडी हुई। यहां ऑर्थोपेडिक्स और स्किन एवं वीडी में 95-95, साईकैट्री में 25, डेंटिस्ट्री में 40, फिजियोथैरेपी में 2, बाल रोग में 74, नेत्र रोग में 78, ईएनटी में 140, मेडिसिन में 185, सर्जरी में 68, स्त्री व प्रसूति रोग में 55, कैंसर में 20, टीबी चेस्ट में 40 और न्यूरोसर्जरी विभाग में 83 मरीजों को देखा गया। जबकि 500 मरीज अलग-अलग विभागों में भर्ती हुए। महिला अस्पताल में भी 150 के पार महिला मरीज इलाज के लिए आईं।