Etawah Train Fire: हादसे की खबर मिलते ही अलर्ट हुआ जिला अस्पताल... करीब इतने घंटे बाद ट्रेनों का संचालन हो सका शुरू

इटावा में हादसे के बाद पौने तीन घंटे बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो सका।

Etawah Train Fire: हादसे की खबर मिलते ही अलर्ट हुआ जिला अस्पताल... करीब इतने घंटे बाद ट्रेनों का संचालन हो सका शुरू

इटावा में हादसे के बाद पौने तीन घंटे बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो सका। वहीं, हादसे की खबर मिलते ही जिला अस्पताल अलर्ट हो गया।

इटावा, अमृत विचार। सराय भूपत में दरभंगा एक्सप्रेस के कोच में आग लगने के बाद 5 बजकर 33 मिनट पर दिल्ली हावड़ा अप और डाउन लाइन पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया था। करीब पौने तीन घंटे बाद सायं 8 बजकर 18 मिनट पर ट्रैक पर गाड़ियों का संचालन शुरू कर दिया गया। ट्रेन के चार कोच काटकर अलग कर देने के बाद बाकी गाड़ी को इटावा रेलवे स्टेशन पर लाया गया। पुलिस प्रशासन ने यात्रियों को पानी और चाय विस्कुट का इंतजाम भी कराया। इसके बाद सुपरफास्ट ट्रेनों को सबसे पहले निकाला गया। बीच सफर में फंसे यात्रियों ने ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद राहत की सांस ली।

यात्रियों को भेजने की हुई व्यवस्था

दरभंगा एक्सप्रेस के आग से प्रभावित चार कोचों में यात्रा करने वाले यात्रियों को बिहार भेजने की व्यवस्था के लिए प्रशासन ने रेलवे अधिकारियों से बात की है। एस वन, एसटू, एसथ्री और एसएलआर चार कोचों में लगभग पांच सौ यात्री सवार थे। इन यात्रियों की जान तो  बच गई पर अब उनके सामने सबसे बड़ी समस्या गंतव्य तक पहुंचने की थी। कुछ यात्री तो अपना सामान भी गंवा बैठे। जल्दी में उनका सामान कोच में आग की भेंट चढ़ गया। चार कोच ट्रेन से काटकर अलग कर दिए गए। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की गई है। उनसे कोई गाड़ी इन यात्रियों के लिए उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। सभी यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। 

घायलों को देखने पहुंचे जिला अध्यक्ष मौके पर पहुंची विधायक 

दरभंगा एक्सप्रेस में हादसे की खबर के बाद सदर विधायक सरिता भदौरिया तुरंत मौके पर पहुंची। उन्होंने कहा कि ईश्वर का धन्यवाद कि कोई यात्री हताहत नहीं हुआ है। केवल सामान का नुकसान हुआ है। सभी घायल यात्रियों का उपचार किया जा रहा है। सरकार हर संभव मदद पहुंचा रही है। 
वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव राजपूत जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सभी घायलों से मिलकर उनका हालचाल लिया। सीएमएस को सभी चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। 

हादसे की खबर मिलते ही अलर्ट हुआ जिला अस्पताल

दरभंगा एक्सप्रेस में जैसे ही आग लगने की सूचना मिली। जिला अस्पताल में एलर्ट घोषित कर दिया गया। सीएमएस एमएम आर्य ने तत्काल इमरजेंसी सेवाएं दुरुस्त सभी विभागों से संबंधित चिकित्सकों को इमरजेंसी काल करके बुलवा दिया। डाक्टर और स्टाफ पूरी तैयारी में आनन फानन में घायलों के उपचार के लिए पहुंचे।

यात्री हुए बेहाल

हादसे की वजह से लगभग दो घंटे ट्रेने प्रभावित हुई। इसके चलते सेंट्रल स्टेशन पर पहले से ही मौजूद यात्रियों की भीड़ बेहाल हो गई। सेंट्रल पर कई बार भीड़ ने इसे लेकर रेलवे अधिकारियों से नाराजगी भी जाहिर की। घटना की जानकारी देने पर यात्रियों की भीड़ शांत हुई। इस हादसे से रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में रेलवे के स्थानीय अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। साढ़े पांच बजे से दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया। शताब्दी एक्सप्रेस समेत करीब 16 गाड़ियां  पूरे मार्ग में बीच में ही रुकी रही।

पौने तीन  घंटे बाद  शुरू हो सका ट्रेनों का संचालन

सराय भूपत में दरभंगा एक्सप्रेस के कोच में आग लगने के बाद 5 बजकर 33 मिनट पर दिल्ली हावड़ा अप और डाउन लाइन पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया था। करीब पौने तीन घंटे बाद सायं 8 बजकर 18 मिनट पर ट्रैक पर गाड़ियों का संचालन शुरू कर दिया गया। ट्रेन के चार कोच काटकर अलग कर देने के बाद बाकी गाड़ी को इटावा रेलवे स्टेशन पर लाया गया। पुलिस प्रशासन ने यात्रियों को पानी और चाय विस्कुट का इंतजाम भी कराया। इसके बाद सुपरफास्ट ट्रेनों को सबसे पहले निकाला गया। बीच सफर में फंसे यात्रियों ने ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद राहत की सांस ली।

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