बरेली: प्रोबायोटेक और एसींशियल आयल से बढ़ेगी बछड़ों की शारीरिक वृद्धि
आईवीआरआई के पशु पोषण विभाग ने तैयार किया उत्पाद, प्रयोगात्मक परीक्षण के लिए दो ग्रुप में लिए छह-छह बछड़े, उत्पाद मिश्रण वाले ग्रुप में दर्ज हुई 26 प्रतिशत अधिक शारीरिक वृद्धि
बरेली, अमृत विचार: बछड़े में जन्म के तुरंत बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से कई बार बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं, जिससे उनके वजन में गिरावट आने लगती है। इसको दूर करने के लिए भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के पशु पोषण विभाग के वैज्ञानिकों की ओर से उत्पाद तैयार किया गया है।
इस उत्पाद को चारे के साथ देने से बछड़ों में 26 प्रतिशत से अधिक शारीरिक वृद्धि देखी गई। वर्तमान में उत्पाद के पेटेंट की प्रकिया जारी है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अंजू काला ने बताया कि बछड़े में बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी मल्टी स्पीसीज बायोटेक और एसींशियल आयल को मिलाकर एक सॉलिड मिश्रण तैयार किया गया है। इसके प्रयोगात्मक परीक्षण के लिए वैज्ञानिकों ने दो ग्रुपों में विभाजित कर परीक्षण किया।
प्रत्येक ग्रुप में छह बछड़े लिए गए। पहले कंट्रोल ग्रुप के बछड़ों को सामान्य चारा दिया गया, दूसरे ग्रुप में प्रोबायोटेक व एसींशियल आयल के मिश्रण को दिया गया। कंट्रोल ग्रुप के मुकाबले दूसरे ग्रुप के बछड़ों में 26 प्रतिशत से अधिक शारीरिक वृद्धि देखी गई, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कंट्रोल ग्रुप से अधिक पाई गई। एंटीऑक्सिडेंट स्टेटस और बॉडीमॉर्फोमेट्रिक भी कंट्रोल ग्रुप की तुलना में अधिक पाया गया।
नवजात बछड़ों में डायरिया की बीमारी से भी बचाव देखने को मिला। बछड़ों पर शोध शुरू करने से पहले इसका प्रयोग चूहों पर भी किया गया, जिसका परिणाम अच्छा रहा। इस संबंध में पशु पोषण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एलसी चौधरी ने बताया कि संस्थान के निदेशक डॉ. त्रिवेणी दत्त के निर्देशन में विभाग की ओर से नए शोधों के माध्यम से पशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है। वैज्ञानिकों की टीम की ओर से तैयार किए गए उत्पाद से निश्चित रूप से बछड़ों के विकास में वृद्धि होगी।
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