रायबरेली: एक दिन पहले पकड़े गए सोना लुटेरों से पुलिस की मुठभेड़, एक के पैर में लगी गोली
रायबरेली, अमृत विचार। लालगंज के सराफा व्यापारी से 65 लाख रुपए कीमत के सोने के आभूषण लूट कांड में पुलिस द्वारा बदमाशों से मुठभेड़ का दावा करते हुए एक किलो सौ ग्राम सोना बरामद किया गया है। इस आपरेशन में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के मुख्य साजिशकर्ता समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य फरार बताए जा रहे हैं। हालांकि अमृत विचार ने दो बदमाशों को एक दिन पहले ही पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने का खुलासा कर दिया था।
ज्ञात हो कि बीती 19 नवंबर की देर शाम को लालगंज के बड़े सराफा व्यवसाई गोलू सोनी बाइक द्वारा दुकान से आभूषणों से भरा बैग लेकर अपने घर जा रहे थे। रास्ते में बदमाशों ने उनसे आभूषण से भरा बैग छीन लिया था। जिसमें करीब 65 लाख रुपए कीमत के सोने के आभूषण थे। इस घटना के बाद पूरे जनपद में हड़कंप मच गया था। आईजी लखनऊ जोन तरुण गाबा ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर मामले के खुलासे के लिए निर्देश दिए थे। इसमें एसटीएफ के अलावा एसओजी, सर्विलांस टीम को भी लगाया गया था।
पांच दिन की मशक्कत के बाद पुलिस ने घटना में पीड़ित के ममेरे भाई फतेहपुर जनपद निवासी पम्मू सोनी और कानपुर के शातिर बदमाश इमरान उर्फ बाबू अल्टर को गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के बारे में अमृत विचार ने विस्तृत खबर प्रकाशित की थी। इस दौरान पुलिस ने शुक्रवार की रात लालगंज थाना क्षेत्र के सातनपुर ओवर ब्रिज के पास हुई मुठभेड़ में दो बदमाशों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
इस मुठभेड़ में कानपुर नगर के कस्बा चमनगंज निवासी इमरान के पैर में गोली लगी है । जबकि घटना का मुख्य साजिश कर्ता पम्मू सोनी निवासी ग्राम असवां थाना थरियाव जनपद फतेहपुर को भी गिरफ्तार किया गया है । इनके कब्जे से एक किलो सौ ग्राम वजन के सोने के आभूषण भी बरामद किए गए है।
मुठभेड़ में घायल बदमाश इमरान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि मुठभेड़ के दौरान मौके से कानपुर के दो अन्य बदमाशों रिजवान व दिलशाद के भाग जाना बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
दस हजार मोबाइल फोन और तीन सौ सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए
अपर पुलिस अधीक्षक नवीन कुमार सिंह ने बताया कि लालगंज में सराफा व्यवसाई से लूट की घटना के खुलासे के लिए कई टीमें लगाई गई थी। घटना स्थल से जुड़े मोबाइल टावर से करीब दस हजार मोबाइल फोन नंबर को निकाला गया था। जिन्हे काफी खंगाला गया। इसी के साथ घटना स्थल और उसके जाने आने के रास्तों में लगे सीसीटीवी से तीन सौ फुटेज का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद बदमाशों तक पहुंचा गया है।
घटना की मुख्य साजिश पीड़ित के ममेरे भाई पम्मू सोनी ने रची थी। उसने इसने कानपुर के तीन बदमाशों की मदद ली। पम्मू पूर्व में एक हत्याकांड में जेल जा चुका है। जेल में उसकी कानपुर के बदमाशों से जान पहचान हुई थी। घटना ने शामिल बदमाशों का खासा अपराधिक इतिहास है। जिसका विवरण पुलिस एकत्र कर रही है।
एक दर्जन दुकानदारों को बेचे आभूषण
सराफा व्यवसाई से लूट के बाद रात में सभी बदमाश लालगंज में ही रुके हुए थे। दूसरे दिन कानपुर के तीनों बदमाश बस द्वारा कानपुर चले गए, जबकि आभूषणों को बेचने की जिम्मेदारी पम्मू सोनी को दे दी गई। पम्मू ने सोने के आभूषण को लालगंज के करीब एक दर्जन दुकानदारों के हाथ बेचा था ।पुलिस जब उस तक पहुंची तो एक एक करके सभी दुकानदारों को पकड़ा गया। जिनसे आभूषण बरामद हुआ है। आभूषण को खरीदने वाले दुकानदार अभी भी पुलिस की गिरफ्त में है।
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