मुरादाबाद : अवैध खनन रोकने में खरा नहीं उतर रहा विभाग, निदेशक की सख्ती से सहमें
सख्ती: खनन निदेशक माला श्रीवास्तव ने खनन अधिकारी को दी कार्रवाई की चेतावनी दी, ठाकुरद्वारा क्षेत्र में खनन माफिया की मनमानी अधिकारियों पर पड़ चुकी है भारी, मंडलायुक्त ने भी दिया है खनन माफिया का सिंडिकेट तोड़ने का आदेश
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में अवैध खनन की गूंज शासन तक रही है। यहां के अधिकारियों की लापरवाही व खनन माफिया की दबंगई के चलते प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की जान भी खतरे में रहती है। खनन निदेशक के सख्त तेवर से जिले के खनन अधिकारी व उनकी टीम की लचर कार्यशैली की हकीकत सबके सामने आई। वहीं मंडलायुक्त ने भी अधिकारियों को खनन सिंडिकेट तोड़ने का दो टूक आदेश दे रखा है।
जिले के अगवानपुर, ठाकुरद्वारा क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर विभाग व अधिकारियों की कार्यशैली पर उंगली उठती रही है। कई बार तो खनन माफिया की दबंगई अधिकारियों के गले की फांस बन चुकी है। बावजूद इसके खनन सिंडिकेट का वर्चस्व बना है। जिले में अवैध खनन की गूंज शासन तक समय-समय पर पहुंचती रही। तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल के कार्यकाल के दौरान ठाकुरद्वारा क्षेत्र के खनन माफिया की गिरफ्तारी के लिए जब पुलिस टीम उत्तराखंड की सीमा में गई तो वहां खनन माफिया के काकश ने उन्हें घेर कर हमला कर दिया था।
इन सबसे सरकार की भी खूब किरकिरी हुई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री के सख्त तेवर देख खनन माफिया पर सख्ती की गई। लेकिन, आज भी अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी पुष्टि पुलिस के द्वारा ठाकुरद्वारा क्षेत्र में सोमवार को हुई कार्रवाई में पकड़ी गई कई ट्राली-ट्रैक्टर से होती है। वहीं रविवार को सर्किट हाउस सभागार में मुरादाबाद-बरेली मंडल के 9 खनन अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों व निदेशालय की टीम की बैठक में खनन निदेशक माला श्रीवास्तव के कड़े तेवर ने खनन अधिकारी की बोलती बंद कर दी थी।
उन्होंने जिले के खनन अधिकारी राहुल सिंह को स्पष्ट हिदायत दी है कि यदि अब भी अवैध खनन नहीं रुका, खनन पट्टा शर्तों का उल्लंघन कर अवैध खनन करते पाया गया तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई तय है। इसके बाद से खनन अधिकारी और उनके कर्मचारी सहमे हुए हैं। मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने पिछली बैठक में अवैध खनन व उसका परिवहन रोकने के सख्त आदेश दिए थे। मंडलायुक्त का कहना है कि वह मंडल में किसी भी कीमत पर अवैध खनन व उसका परिवहन नहीं होने देंगे। हर हाल में खनन सिंडिकेट तोड़ कर रहेंगे।
उत्तराखंड की सीमा पार का अवैध खनन सिरदर्द
जिले की उत्तराखंड से लगने वाली सीमा के चलते बार्डर पार से आने वाले अवैध खनन सामग्री व उसके परिवहन नेटवर्क को तोड़ना खनन अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस के लिए सिरदर्द बनता है। जब भी यहां की टीम दबाव बनाती है जिले के खनन माफिया उत्तराखंड में शरण लेकर अपना बचाव कर लेते हैं। अन्तर्राज्यीय सीमा के चलते यहां अवैध खनन रोकना चुनौती है।
जिले के अंदर अवैध खनन बड़ा विषय नहीं है। चुनौती उत्तराखंड से अवैध खनन सामग्री व उसका परिवहन रोकना है। जिला प्रशासन की मदद से समय-समय पर सीमा पार के अवैध खनन पर भी कार्रवाई की जाती है। उत्तराखंड की सीमा से लगे जिले के बार्डर पर अब जिलाधिकारी के निर्देश पर सप्ताह में हर दिन 24 घंटे निगरानी की जाएगी।-राहुल सिंह, जिला खान अधिकारी
ये भी पढ़ें:- मुरादाबाद : कायस्थ महासभा के पदाधिकारियों ने वितरित की खिचड़ी
