बहराइच : शावक की तलाश में पिंजड़े में कैद हुई मादा तेंदुआ
तीन दिन में पकड़े गए दो तेंदुआ, अभी एक और शावक की तलाश
बहराइच, अमृत विचार। नानपारा रेंज में आम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बने तेंदुए अब वन विभाग की ओर से पकड़े जा रहे हैं। तीन दिन पूर्व शावक वन विभाग के पिंजड़े में कैद हुआ था। अब उसी स्थान पर मंगलवार सुबह मादा तेंदुआ भी पिंजड़े में कैद हो गई। वन विभाग द्वारा उसका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा रहा है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे जंगल या चिड़िया घर में भेजा जाएगा।
बहराइच वन प्रभाग के नानपारा रेंज के विभिन्न गांवों में अगस्त माह से मादा तेंदुआ अपने शावकों के साथ भ्रमण कर रही थी। शावकों की सुरक्षा के लिए तेंदुआ लोगों पर हमला कर रही थी। तेंदुआ को पकड़ने के लिए वन मुख्य वन संरक्षक की ओर से बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप वधावन को बहराइच वन प्रभाग का जिम्मा देकर तेंदुआ को पकड़ने के लिए लगाया गया।
डीएफओ आकाशदीप वधावन की अगुवाई में तीन दिन पूर्व एक तेंदुए के शावक को पकड़ा गया था। मंगलवार सुबह शावक की तलाश में मादा तेंदुआ भी दौलतपुर ग्राम पंचायत लोनियनपुरवा गांव में लगे पिंजड़े में कैद हो गई। यह क्षेत्र लखीमपुर और बहराइच की सीमा पर स्थित है। डीएफओ ने बताया कि मादा तेंदुआ पकड़ ली गई है। दुधवा नेशनल पार्क के पशु चिकित्सक दया शंकर की अगुवाई में रेंज कार्यालय स्वास्थ्य परीक्षण के लिए तेंदुए को लाया गया है। स्वास्थ्य परीक्षण और उच्च अधिकारियों की सूचना के बाद तेंदुए को जंगल या चिड़िया घर भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी एक शावक और विचरण कर रहा है। उसे भी पकड़ लिया जाएगा।
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