Kanpur: सर्दी बढ़ते ही बढ़ी बीमारियां, हैलट अस्पताल में मरीजों की भीड़, ऐसे बच्चों को ज्यादा खतरा, इन बातों का रखें ख्याल
कानपुर में 100 बीमार बच्चे पहुंचे हैलट ओपीडी में इलाज कराने।
कानपुर में सर्दी बढ़ते ही बच्चों में बीमारियां भी बढ़ गई है। हैलट अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी।
कानपुर, अमृत विचार। सर्दी बढ़ने के साथ ही बच्चे बीमार होने लगे हैं। वायरल संक्रमण के साथ बच्चों में निमोनिया के लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं। हैलट अस्पताल के बाल रोग विभाग की ओपीडी में बुधवार को करीब 100 बच्चे इलाज कराने पहुंचे। इनमें अधिकांश खांसी, जुकाम, बुखार, जकड़न जैसे दिक्कत से पीड़ित थे। कुछ बच्चों में पसली तेज चलना, सांस तेज लेना, दूध पीने में दिक्कत जैसी समस्या भी देखी गई।
हैलट अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ.आरके सिंह ने बताया कि बाल रोग विभाग की ओपीडी में अधिकतर बच्चे सर्दी, खांसी व जुकाम से पीड़ित होकर इलाज कराने आ रहे हैं। एक-दो बच्चों में निमोनिया के लक्षण भी मिल रहे हैं।
बच्चे की पसली व सांस तेज चलने पर हो जाएं सावधान
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार आर्या ने बताया कि वायरस, बैक्टीरिया व माइक्रोप्लाज्मा की वजह से बच्चों को निमोनिया होता है। इसमें बच्चे की पसली और सांस तेज चलती है। खांसी, बुखार के साथ बच्चे को दूध पीने में दिक्कत होती है। हाथ नीले पड़ने लगते हैं। बचाव के लिए छह माह तक मां का दूध, पर्याप्त नींद, पानी का सेवन और वैक्सीन लगवाना जरूरी है।
ऐसे बच्चों को ज्यादा खतरा
1. जन्म से दिल में सुराख या दिल से जुड़ी दूसरी समस्या
2. सांस नली में किसी प्रकार की दिक्कत
3. समय से पहले जन्मे या कम वजन के बच्चे
4. जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
इन बातों का रखें ख्याल
1.सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनाएं।
2. गुनगुना पानी दें और ताजा खाना ही खाएं।
3. फ्रिज में रखा ठंडा दूध बिल्कुल न पिलाएं।
4. फलों का जूस और सब्जियों का सूप पिलाएं।
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