शाहजहांपुर: 55828 वोटर दो जगह बन गए थे मतदाता, जांच में हुआ खुलासा

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Published By Ashpreet
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। चुनाव आयोग के निर्देश पर मतदाता पुनरीक्षण अभियान के दौरान प्रशासन ने जिले में 55 हजार 828 डुप्लीकेट मतदाता पकड़े हैं। एक ही व्यक्ति दो-दो विधान सभाओं में मतदाता बना हुआ है।

फर्जी वोटिंग न हो, इसलिए प्रशासन ने वोट काटने के लिए मतदाताओं को नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस में मतदाताओं से दो-दो विधान सभाओं में वोटर बनने का कारण भी पूछा गया है। साथ ही उन्हें एक ही विधानसभा में रहने के लिए कहा जा रहा है।

मतदाता कहां वोटर रहना चाहते हैं, इसका चुनाव वह स्वयं कर सकते हैं। डुप्लीकेट वोट काटने की कवायद तेजी से चल रही है। इतनी बड़ी संख्या में वोट कटने से लगभग 25 से 30 हजार मतदाता कम होने की उम्मीद है। इसका असर जिले के कुल मतदाताओं की संख्या पर भी पड़ेगा। अगले साल होने वाले लोक सभा चुनाव को लेकर नए मतदाता बनाने और गलत मतों को काटने का काम चल रहा है।

पुनरीक्षण से पता चला है कि पांच जनवरी को प्रकाशित मतदाता सूची में कुल वोटरों की संख्या जहां 22 लाख 23 हजार 97 थी, जो 22 अक्टूबर को 22 लाख 18 हजार 224 रह गई। अब प्रशासन नए मतदाताओं को जोड़ने का अभियान चला रहा है। 18 से 19 साल के युवाओं को वोटर बनाने के लिए कॉलेजों से संपर्क किया जा रहा है।

पुनरीक्षण अभियान में मृत और क्षेत्र के बाहर चले गए लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं। इसके साथ ही सॉफ्टवेयर के माध्यम से समान नाम और फोटो वालों को भी चिह्नित किया जा रहा है। कंप्यूटर समान नाम, पते और समान फोटो वालों को पकड़ लेता है।

कंप्यूटर से ही पता चलता है कि एक ही फोटो वाले व्यक्ति ने अपना वोट दूसरी विधान सभा में भी बनवा रखा है। इसी तरह कंप्यूटर पकड़ लेता है कि एक ही नाम और पिता के नाम वाले व्यक्ति ने अपना वोट दूसरे विधान सभा में बनवा रखा है।

ऐसे मतदाता डुप्लीकेट मतदाता कहे जाते हैं। अब पुनरीक्षण के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि जिले में 55 हजार 828 मतदाता ऐसे हैं, जो दो-दो विधान सभाओं में मतदाता हैं। एक ही व्यक्ति दो-दो विधान सभा में वोटर बना बैठा है। अब यह सवाल पैदा हो रहा है कि आखिर ऐसा कैसे हुआ।

मतदाता बनाते समय इस बात का ध्यान क्यों नहीं रखा गया। कैसे एक ही व्यक्ति दो-दो जगह मतदाता बन गया। ऐसा किसकी गलती से हुआ। इसको लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।

... तो क्या बीते चुनावों में हुआ फर्जी मतदान
इतनी बड़ी संख्या में डुप्लीकेट मतदाता पकड़े जाने के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या बीते लोक सभा चुनावों में फर्जी मतदान हुआ था। बिना पहुंच के एक व्यक्ति दो जगह मतदाता नहीं बन सकता है और बिना किसी कारण कोई दो जगह मतदाता नहीं बनेगा।

अब यह तलाशा जा रहा है कि आखिर किस कारण यह लोग दो-दो जगह मतदाता बने थे। गलती से एक या दो लोग दो जगह मतदाता बन सकते हैं, इतनी बड़ी संख्या में डुप्लीकेट मतदाता बने हुए हैं तो सवाल उठना लाजमी है। साथ ही यह सवाल भी उठ रहा है कि आखिर किस लालच के चलते ऐसा किया गया होगा।

41260 ने किया नया वोटर बनने को आवेदन
पुनरीक्षण में डुप्लीकेट वोटर पकड़ने के साथ-साथ नए वोटर भी बनाए जा रहे हैं। अब तक जिले में 41 हजार 260 लोगों ने नया मतदाता बनने को आवेदन किया है। 6598 लोगों ने ऑफलाइन और 34662 लोगों ने ऑनलाइन मतदाता बनने के लिए आवेदन किया है।

कटरा तहसील में अब तक 5566 लोगों ने नए मतदाता बनने के लिए आवेदन किया है। जलालाबाद तहसील में कुल 5763 नए आवेदन आए हैं। इसी तरह तिलहर में 7458, पुवायां में 9945, शाहजहांपुर में 6220 और ददरौल विधानसभा में 6308 लोगों ने मतदाता बनने के लिए आवेदन किया है।

ऑफलाइन की अपेक्षा ऑनलाइन आवेदन करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। ऑफलाइन केवल 6598 आवेदन आए हैं जबकि ऑनलाइन 34662 आवेदन आ चुके हैं।

बीएलओ 15 दिन में जांच करके देंगे रिपोर्ट
जिन लोगों को नोटिस जारी हो गए हैं, बीएलओ उनके आवास पर जाएंगे। 15 दिन में जांच कर रिपोर्ट देंगे। इस दौरान देखेंगे कि वर्तमान में वह किस स्थान पर रह रहा है। जो जहां का रहने वाला है उसका नाम उसी विधान सभा में रहेगा। अन्य जगह से काट दिया जाएगा। मतदाता सूची पांच जनवरी को प्रकाशित होगी। इससे पहले यह प्रक्रिया पूरी होनी है।

जिन मतदाताओं के दो स्थानों पर नाम मतदाता सूची में हैं। उनकी जांच बीएलओ के माध्यम से 15 दिन के अंदर कराई जाएगी। एक मतदाता का नाम एक ही स्थान रहेगा।
-संजय कुमार पांडेय, एडीएम प्रशासन व उप निर्वाचन अधिकारी।

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