Kanpur Crime: गृह प्रवेश के दौरान मारने का किया था प्रयास... प्लान हो गया था फेल, तीसरी बार में कर दिया काम तमाम
कानपुर में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को कार से कुचलवा दिया था।
कानपुर में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को कार से कुचलवा दिया था। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया। जबकि एक आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है।
कानपुर, अमृत विचार। चकेरी के करोड़पति शिक्षक को सुपारी लेकर ईको कार से कुचलवाने वाला शातिर कार चालक लगातार पुलिस को चकमा दे रहा है। तलाश में जुटी पुलिस की टीमों को सूचना मिली है कि वह एक अधिवक्ता के संपर्क में है। हाईकोर्ट में सरेंडर की फिराक में है, जिसके बाद दो टीमों ने प्रयागराज में डेरा जमा दिया है। वहीं आरोपी की रिश्तेदारी कानपुर देहात और कन्नौज में होने के चलते वहां भी तलाश की जा रही है।
इससे पहले बुधवार को शिक्षक हत्या में शामिल उसकी पत्नी उर्मिला, प्रेमी ठेकेदार शैलेंद्र समेत तीन को पुलिस ने जेल भेजा था। पता चला है कि पत्नी और अन्य हत्यारोपी दो बार पहले भी शिक्षक की हत्या की साजिश रच चुके थे लेकिन सफलता नहीं मिली। तीसरी बार की कोशिश में वे लोग शिक्षक को मार सके।
देहली सुजानपुर निवासी शिक्षक राजेश गौतम की पत्नी उर्मिला ने अपने ठेकेदार प्रेमी शैलेंद्र सोनकर के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने का षडयंत्र रचा। चार नवंबर को राजेश मॉर्निंग वॉक पर निकले तो साजिश के तहत कल्याणपुर निवासी शोभित कठेरिया ईको कार व शैलेंद्र का ममेरा भाई विकास वैगनआर कार लेकर पीछे लग गए। सेन पश्चिम पारा के कोयलानगर के गणेश चौराहे के पास शोभित ने राजेश को टक्कर मार दी। भागने के दौरान ईको कार बिजली के एक खंबे से टकराई तो उतरकर वैगनआर में सवार होकर फरार हो गया।
सीसीटीवी में दोनों कार दिखने के बाद पुलिस ने जांच आगे बढ़ाते हुए सर्विलांस का सहारा लेते हुए दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की तो सच सामने आ गया। पुलिस ने उर्मिला, शैलेंद्र व विकास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि, शोभित चकमा देकर फरार हो गया।
इस संबंध में एसीपी घाटमपुर दिनेश शुक्ला ने बताया कि शोभित की तलाश में चार टीमें लगी हुई हैं। कानपुर देहात और कन्नौज में टीमों ने तलाश किया है। आरोपी सरेंडर की फिराक में है, जिसके बाद दो टीमों को प्रयागराज में लगाया गया है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गृह प्रवेश के दौरान मारने का किया था प्रयास
उर्मिला और शैलेंद्र राजेश को लगातार रास्ते से हटाने का प्लान बना रहे थे। एक बार जहर देने के बाद राजेश बच गए तो दोनों ने गृहप्रवेश कार्यक्रम के दौरान उन्हें मारने का प्लान बनाया। दरअसल जिस घर के निर्माण के दौरान उर्मिला व शैलेंद्र के बीच नजदीकियां बढीं उसका बीते 10 जून को गृह प्रवेश कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें राजेश लगातार व्यस्त थे, कई बार बाईक से हाईवे भी पार कर रहे थे, इसी दौरान शैलेंद्र ने ट्रक से रौंदवा कर मरवाने का प्लान बनाया था, हालांकि ट्रक चालक के न मिलने पर घटना को अंजाम न दे सके। पुलिस को मिली व्हाट्सएप चैट से इस बात का खुलासा हुआ है।
तहरीर देकर फरार हो गई थी उर्मिला
हत्या को हादसा मानकर चल रही पुलिस को संदेह उर्मिला की हरकतों से भी हुआ। दरअसल घटना के तीन दिन बाद उर्मिला एडीसीपी कार्यालय जेठ व भतीजे के खिलाफ हत्या की तहरीर देने पहुंची, एडीसीपी के सख्त लहजे से वह डर गई, तो उसी दिन वह अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दोनों बच्चों को लेकर गायब हो गई। कई दिनों बाद पुलिस को पता चला कि वह अपने ननद के घर पर छिपी है। पकड़ने के दौरान उसने जहर भी खाया था।
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