इन राज्यों में रैपिडो कैब्स हुआ लॉन्च, UBER और OLA के सामने अब नई चुनौतियां
नई दिल्ली। प्रमुख कम्यूट ऐप रैपिडो ने अपने परिचालन का विस्तार करते हुये कैब बिज़नेस में प्रवेश की आज घोषणा की। कंपनी के सह संस्थापक पवन गुंटुपल्ली ने आज इस सेवा की शुरूआत की घोषणा करते हुये कहा कि 1.05 लाख कैब के साथ यह सेवा दिल्ली एनसीआर,बेंगलुरु और हैदराबाद में की गयी है।
उन्होंने कहा कि कंपनी के शहरी परिवहन में बदलाव लाने और उपभोक्ताओं की यात्रा संबंधी सभी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किफायती इंटरा-सिटी समाधान उपलब्ध कराने के मिशन के तहत रैपिडो ने कैब लॉन्च के साथ यह कदम बढ़ाया है। उपभोक्ताओं की यात्रा संबंधी विभिन्न ज़रूरतों को पूरा करने और साथ ही कैप्टन्स को लाभान्वित करने के उद्देश्य के साथ रैपिडो किफ़ायती प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है। देश भर के सभी कैब चालकों के लिए सुलभ ये सेवाएं इस तरह से डिज़ाइन की गई हैं कि ये उद्यमिता को बढ़ावा देकर ड्राइवरों को आजीविका के स्थायी समाधान उपलब्ध कराती हैं। ड्राइवरों को सशक्त बनाने के साथ-साथ ये कैब्स न्यूनतम कीमतों पर सभी के लिए परिवहन को सुलभ बनाकर उपभोक्ताओं को किफ़ायती सेवाएं प्रदान करेंगी।
उन्होंने कहा “ देश भर में हमारी बाईक टैक्सी और ऑटो सेवाओं को मिली शानदार सफलता के बाद हमें खुशी है कि हम भारत में रैपिडो कैब्स का लॉन्च करने जा रहे हैं। हमारा आधुनिक एसएएएस आधारित प्लेटफॉर्म ड्राइवरों के लिए पारम्परिक कमीशन सिस्टम में बड़ा बदलाव लेकर आएगा और एग्रीगेटर्स के साथ कमिशन शेयरिंग की चुनौतियों को हल करेगा। यह दृष्टिकोण सुनिश्चित करेगा कि ड्राइवरों को सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल के लिए न्यूनतम शुल्क ही चुकाना पड़े, इस तरह इस उद्योग में बड़ा एवं सकारात्मक बदलाव आएगा।”
उन्होंने कहा “ यह न्यूनतम कीमत की गारंटी देकर और हमारी किफ़ायती सेवाओं को सभी के लिए सुलभ बनाकर उपभोक्ताओं को प्राथमिकता देती है। कैब चालक के लिए आधुनिक, ज़ीरो कमीशन मॉडल से युक्त एसएएएस आधारित प्लेटफॉर्म के रैपिडो कैब्स को सबसे अलग और खास बनाता है- जो हमारी सेवाओं की विशेष पहचान है। रैपिडो सिस्टम में ड्राइवर को सीधे उपभोक्ता से भुगतान मिलता है, इसमें रैपिडो का कोई हस्तक्षेप नहीं होता। इस मॉडल को बनाए रखने और उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट सेवाओं का अनुभव प्रदान करते रहने के लिए ड्राइवर को मामूली सब्सक्रिप्शन शुल्क चुकाना होता है। रैपिडो ऐप से होने वाली कमाई 10,000 रुपये तक पहुंचने पर ड्राइवर को 500 रुपये का शुल्क चुकाना होगा।”
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