रुद्रपुर: वैज्ञानिक पद्धति से बढ़ेगी पशुपालकों की आय: डॉ. कुमार

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Published By Bhupesh Kanaujia
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रुद्रपुर/पंतनगर, अमृत विचार। वैज्ञानिक पद्धति से बदरी गाय एवं पंतजा बकरी पालन को बढ़ावा देने एवं पशुपालकों के आय वृद्धि के उद्देश्य से आयोजित तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन ज्ञानखेड़ा टनकपुर चंपावत में आयोजित हुआ। इसमें 300 पशुपालकों एवं ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान पशुपालन से जुड़ी जानकारियां दी गयी।

बुधवार को कार्यक्रम के दौरान में मुख्य अतिथि उत्तराखंड जैव प्रौद्योगिकी परिषद के निदेशक डॉ. संजय कुमार बताया कि एक साल में पंतजा बकरी दो बार बच्चे देती है और ढाई माह में ही पुनः गर्भ धारण कर लेती है। उन्होंने बताया कि देश की जीडीपी में पशु उत्पादन की हिस्सेदारी 5 फीसदी है। बदरी गाय के उच्च गुणवत्ता युक्त दूध के महत्ता पर विधिवत प्रकाश डालते हुए कहा कि पहाड़ की बदरी गाय हर्बल और औषधीय वनस्पतियों को खाती है जिससे उसके दूध की गुणवत्ता उच्च होने के साथ उनमे बीमारियों से लड़ने की रोग प्राधिरोधक क्षमता अधिक होती है।

पशु चिकित्साधिकारी जीबी पंत विवि डॉ. संदीप तलवार ने बदरी गाय में पाए जाने वाले विटामिन्स, मिनरल्स एवं प्रोटीन की जानकारी पशुपालकों को दी। उन्होंने बताया की बदरी गाय में 0.8 ग्राम प्रति लीटर मिनरल पाया जाता है, जो सामान्य गाय में तुलनात्मक रूप से कम होता है। उन्होंने ग्रामीणों एवं पशुपालकों को प्रोटीन ए2 की जानकारी भी दी। इस दौरान पशुपालकों एवं ग्रामीणों को बेहतर पशुपालन एवं पोषण को बढ़ावा देने के लिए टब  एवं आवश्यक दवाइयां एग्रीमीन फोर्ट, अल्बेंडाजोल, ब्रोटान एवं कॉफी क्यूब वितरित किया। यहां परिषद के वैज्ञानिक डॉ. सुमित पुरोहित, डॉ. अनुपम कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे।

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