रात भर ठंड में ठिठुरते धरने पर बैठे रहे एलयू के छात्र, नहीं दिया एडमिट कार्ड, परीक्षा छूटी, धरना जारी
अमृत विचार लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में करीब एक दर्जन छात्रों को इसलिए परीक्षा से वंचित कर दिया गया क्योंकि वह अभी हाल ही में छात्रसंघ बहाली की मांग लेकर धरने पर बैठ गये थे। अब जब परीक्षा शुरू हुई तो सभी छात्रों के एडमिट कार्ड जारी हुए लेकिन धरने पर बैठने वाले छात्रों के एडमिट कार्ड नहीं दिए गये ऐसे में उनकी परीक्षा छूट गई। अब छात्र आक्रोशित होकर प्रशासनिक भवन के पास धरने पर बैठ गये हैं।
बीते मंगलवार के दिन से लेकर पूरी रात से लेकर अभी तक छात्रों का धरना जारी है। वहीं एलयू प्रशासन का कहना है कि जिन छात्रों की उपस्थिति कम था उनके एडमिट कार्ड रोके गये हैं और एक छात्र की परीक्षा उसी की लापरवाही से छूटी है। विश्वविद्यालय के प्रवक्त डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव का कहना है कि जिन छात्रों की उपस्थिति 20 प्रतिशत से भी कम है। इस कारण एडमिट कार्ड रोककर इन्हें परीक्षा देने से रोका गया है।
परीक्षा दोबारा कराये जाने तक धरना रहेगा जारी
घेराव करने वाले छात्रों ने कहा कि जब तक उनका एडमिट कार्ड जारी नहीं होता और छूटी परीक्षा दोबारा नहीं दिलाई जाती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्र विंध्यवासिनी शुक्ला ने कहा, विवि प्रशासन से यही मांग है कि सभी छात्रों का प्रवेश पत्र जारी करे, जिससे वे परीक्षा दे सकें। वहीं छात्रों ने राज्यपाल के नाम संदेश पढ़ते हुए कहा, गवर्नर मैडम छात्र खुशी में धरना नहीं करते हैं। जब विवि तानाशाही और उत्पीड़न करता है तो ऐसा करना पड़ता है। गौरतलब है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में बीते दिनों हुई भूख हड़ताल पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि छात्रों को अच्छे और सामाजिक कायर्यों के लिए हड़ताल करनी चाहिए। इस पर छात्रों ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
इनका रोका गया एडमिट कार्ड
विंध्यवासिनी शुक्ला, मंगेश यादव, आलोक मिश्रा, आकाश पांडेय, शशि प्रकाश, उत्कर्ष तिवारी, रितिक राय, प्रसन्न शुक्ला, रजत अग्रहरि, शैलेंद्र यादव। इनमें से बीए द्वितीय वर्ष के छात्र प्रसन्न शुक्ला की संस्कृत की परीक्षा छूट गई।
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