लखीमपुर-खीरी: पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने न्याय पाने के लिए पेट्रोल लेकर खुद को मंदिर में किया कैद, पुलिस-प्रशासन के हाथ पांव फूले

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Published By Vikas Babu
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मितौली, अमृत विचार। मितौली थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत तेंदुआ में कठिना नदी पर स्थित पौराणिक कष्टहरण धाम मंदिर में सोमवार की सुबह चार बजे पूर्व ब्लाक प्रमुख राधेश्याम भार्गव ने न्याय पाने के लिए मंदिर में खुद को कैद कर दोनों द्वारा पर ताला जड़ दिया। इसके बाद मंदिर में टंगे घंटे में रस्सी से फंदा भी बनाया और साथ में ले जाई गई पेट्रोल भरी पिपिया व माचिस भी सामने रखकर बैठ गए। 

पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने स्थानीय भाजपा नेता समेत डीएम व एसडीएम मितौली के खिलाफ मंदिर पर कब्जा करने व जमीन की पैमाइश न होने देने का आरोप लगाते हुए पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की धमकी देने लगे, तो कभी मंदिर में टंगे घंटे से अपने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या करने की धमकी देते। इसकी खबर फैलते ही पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। 

सूचना पाकर सीओ सुबोध जायसवाल, एसडीएम विनीत उपाध्याय मौके पर पहुंचे और दोनों अधिकारियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख को न्याय दिलाने का आश्वासन देकर मंदिर से बाहर निकालने का प्रयास किया। करीब 7.20 घंटे तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने पूर्वान्ह 11.20 बजे मंदिर का ताला खोला और बाहर निकले। 

पूर्व ब्लाक प्रमुख मितौली राधेश्याम भार्गव न्याय न मिलने से परेशान होकर क्षेत्रीय कष्टहरण मंदिर में सोमवार को तड़के चार बजे अपने आप को कैद कर दोनों तरफ से गेटों पर लगाया ताला लगाते हुए आत्महत्या की कोशिश करने लगे। जिसकी खबर सुनते एसडीएम मितौली विनीत कुमार उपाध्याय, सीओ सुबोध जायसवाल, कोतवाली प्रभारी आलोक कुमार धीमान, नायब तहसीलदार अखिलेश मौर्या सहित अन्य प्रशानिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर बारी-बारी से समझाया, लेकिन उनकी बात ना मानते हुए काफी देर तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। 

पूर्व प्रमुख राधेश्याम भार्गव ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह 1995 से मंदिर की देख रेख करता आ रहा है। चंदा इकट्ठा कर मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य करा रहा है, जिसमें अभी कुछ कार्य होना शेष है। तभी स्थानीय भाजपा नेता पूर्व राज्यसभा सांसद जुगुल किशोर ने मंदिर कार्य को रुकवा दिया और एक नई कमेटी बना दी, जिमसें उसको रखा भी नहीं गया। आरोप है कि उसको मंदिर से भगा दिया गया। 

पूर्व प्रमुख ने आरोप लगाया कि उसकी खरीदी हुई जमीनों पर स्थानीय नेता के कहने पर कब्जा नहीं होने दिया जा रहा है। इस पर एसडीएम विनीत उपाध्याय ने आश्वासन देते हुए कहा कि दो दिन में आपकी समस्त जायज शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा। इस बात से सहमत होकर पूर्व प्रमुख ने काफी मान मनौवल के बाद ताला खोला और मंदिर से बाहर निकले। 

एसडीएम मितौली ने तहसील के अधिकारियों की मौजूदगी में उनकी समस्त शिकायतों को सुनकर जल्द निस्तारण का आश्वासन दिया। साथ ही मंदिर के पुजारी सहित वहां पर मौजूद बुजुर्गों को कंबल वितरित किए। इस दौरान कानूनगो प्रेम अग्निहोत्री, पूर्व ग्राम प्रधान दिनेश कुमार, मितौली ग्राम प्रधान नीरज कश्यप, लेखपाल राम गोविंद राना, राजेश कुमार, ग्राम प्रधान तेंदुआ प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी व भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
 
एसडीएम ने मौके से तुरंत रुकी हुई पैमाइश करने के दिए निर्देश 
पूर्व ब्लॉक प्रमुख राधेश्याम भार्गव की कुछ खरीदी हुई जमीनों पर कब्जा न मिलने और उनकी पैमाइश न किए जाने की शिकायत को लेकर वह कई माह से अधिकारियों के चक्कर काट रहा था। उसका आरोप था कि स्थानीय नेता के इशारे पर तहसील प्रशासन द्वारा उसकी सुनवाई नहीं की जा रही। एसडीएम विनीत उपाध्याय ने मौके से राजस्व कर्मचारियों को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए और तत्काल मौके से ही उसकी पैमाइश करने के लिए राजस्व टीम भेजी गई।
 
पूर्व प्रमुख कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुके विधानसभा का चुनाव 
पूर्व ब्लॉक प्रमुख राधेश्याम भार्गव 2001 से 2005 तक मितौली के ब्लाक प्रमुख रहे हैं। वह बीते विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस पार्टी के टिकट से चुनाव लड़े थे, जिमसें वह चौथे नंबर पर रहे थे। इसके अलावा वह भाजपा, बसपा में भी शामिल रहकर कार्य कर चुके हैं। 

पूर्व ब्लॉक प्रमुख का जमीन व मंदिर से संबंधित कुछ विवाद चल रहा था, जिसमें न्याय पाने के लिए उसने सोमवार की सुबह मंदिर में खुद को बंद करके आत्महत्या करने की धमकी दी थी। मामला राजस्व विभाग से संबंधित होने के कारण एसडीएम मितौली द्वारा उसे कार्रवाई का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद वह मंदिर से बाहर निकला। मामले में एसडीएम द्वारा जांच की जा रही है---सुबोध जायसवाल, सीओ मितौली।

जमीन की पैमाइश के निर्देश दिए गए और मौके पर राजस्व टीम भेजकर उसे कब्जा दिलाया गया है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख द्वारा लगाए गए अन्य आरोपों की जांच की जा रही है---विनीत कुमार उपाध्याय, एसडीएम मितौली।

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