मुरादाबाद : कई नेता पहुंचे जेल, पुलिस को मिली चुनौती....ताबड़तोड़ हत्याओं ने किया परेशान
अपराध : सीए श्वेताभ तिवारी, कुशांक और भाजपा नेता अनुज चौधरी हत्याकांड सुर्खियों में रहे
मुरादाबाद, अमृत विचार। वर्ष 2023 आपराधिक मामलों में कई नेताओं ने सुर्खियां बटोरी हैं। मूंढापांडे के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक और असमोली ब्लॉक प्रमुख संतोष देवी के पति प्रभाकर चौधरी का मामला चर्चा में रहा। भाजपा जिला उपाध्यक्ष रहे गजेंद्र चौधरी की आपराधिक गतिविधियां भी पुलिस के लिए चुनौती बनीं। गजेंद्र आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डा.बीपीएस लोचब से रंगदारी लेने और सेवानिवृत्त इंजीनियर वेदप्रकाश वर्मा से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में जेल काट रहे हैं।
वैसे यह साल पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। ताबड़तोड़ हत्याओं ने पुलिस को परेशान किया। हालांकि पुलिस ने कई घटनाओं का राजफाश कर आरोपियों को जेल भेजा। भाजपा नेता अनुज चौधरी, स्पोर्ट्स व्यापारी कुशांक गुप्ता, सीए श्वेताभ तिवारी हत्याकांड सुर्खियों में रहे। नवनीत गुप्ता के बेटे वैदिक गुप्ता के अपहरणकांड से महानगर में दहशत फैली थी। मूंढापांडे के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक जेल गए और इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) की कार्रवाई भी हुई। साल 2023 की शुरूआत कोई खास अच्छी नहीं हुई थी। वर्ष की शुरूआत में ही ठाकुरद्वारा क्षेत्र में खनन के आरोपियों पर कार्रवाई चुनौती बनी। फरवरी में मझोला थाना क्षेत्र में सीए श्वेताभ तिवारी की हत्या ने कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया।
कानून के सामने का काम नहीं आया रसूख
कानून के सामने जिले के कई रसूखदारों का भी रसूख काम नहीं आया। गैंगस्टर में 375 अभियुक्तों के विरुद्ध कुल 91 एफआईआर दर्ज हुई हैं। इनमें से 30 गैंग लीडरों की 14.59 करोड़ की चल-अचल संपत्ति भी जब्त करने की कार्रवाई की है। एनएसए की कार्रवाई में सीए श्वेताभ तिवारी, कुशांक गुप्ता और भाजपा नेता अनुज चौधरी हत्याकांड के आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित और उसके सहयोगी शामिल हैं।
साल भर में 13,073 अभियुक्त पकड़े
पुलिस ने पूरे साल में विभिन्न मामलों में कुल 13,073 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि 904 आरोपी कानून का खौफ खाकर गिरफ्तारी से बचते हुए न्यायालय में हाजिर हुए हैं। पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई पर जिला प्रशासन ने भी जमकर सहयोग किया है। मजिस्ट्रेट ने 516 अभियुक्तों के विरुद्ध गुंडा एक्ट लगाया है और 52 अभियुक्तों को जिले से बाहर कर उन्हें जिला बदर घोषित किया है। अवैध शस्त्र मामले में पुलिस ने 998 मामले दर्ज किए हैं। इसमें तमंचा व अन्य अवैध शस्त्र रखने में 1,034 आरोपी बनाए गए हैं। यही नहीं, आरोपियों के पास से कुल 433 तमंचा, 534 पिस्टल-कारतूस और 606 चाकू बरामद किए हैं।
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