पीलीभीत: कोतवाली गेट से लेकर तहसील तक चले लात-घूंसे, बीच बचाव कराने में पुलिस भी हो गई परेशान...जानिए पूरा मामला
पीलीभीत/पूरनपुर, अमृत विचार: छुट्टा गौवंशीय पशुओं को गौशाला लेकर जा रहे वाहन रोककर ट्रैक्टर-चालक और निगरानी टीम के साथ कुछ लोगों के द्वारा की गई हाथापाई करने का मामला दूसरे दिन शनिवार को तूल पकड़ गया। शनिवार को तहसील पहुंचे ग्रामीणों ने एक दिन पूर्व खुद को गोरक्षक बताकर अभद्रता करने वाले को घेर लिया।
कोतवाली रोड से लेकर तहसील तक दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई की गई। बीच बचाव कराने के दौरान पुलिस से भी धक्का-मुक्की हो गई। जैसे-तैसे पुलिस ने कथित गोरक्षक को तहसील के पिछले गेट से बाहर निकाला। घटना को लेकर देर शाम तक हंगामा मचा रहा। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बता दें कि घुंघचाई क्षेत्र से करीब 30 छुट्टा गौवंशीय पशुओं को शुक्रवार को कजरी निरंजनपुर गौशाला भेजा जा रहा था। असम चौराहा पर कुछ लोग आए और खुद को गोरक्षक बताते हुए पशुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां तस्करी के शक में रोक लीं थी। आरोप है कि वाहनों की चाबियां छीनकर चालकों के साथ हाथापाई की गई। ग्राम पंचायत अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों संग मौजूद घुंघचाई प्रधान पति सुनील पासवान से भी अभद्रता की गई थी।
इस घटना के विरोध में शनिवार को ग्राम प्रधान पति सुनील पासवान, पूर्व प्रधान वीरेंद्र प्रताप सिंह-ध्रुव के साथ सैकड़ों ग्रामीण ब्लॉक पहुंचे और बीडीओ को संबोधित मांग पत्र दिया। फिर एसडीएम और कोतवाली में भी तहरीर दी गई।बताते हैं कि इसी बीच ग्रामीणों को विवाद में शामिल एक युवक दिख गया। उसे पकड़ भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पिटाई कर दी। पुलिस बचाने के लिए आई लेकिन आक्रोशित भीड़ हमलावर रही। किसी तरह पुलिस ने युवक को पिछले गेट से बाहर निकाला और उसके बाद स्थिति नियंत्रित की जा सकी। कोतवाली रोड से तहसील तक मारपीट को लेकर हड़कंप मचा रहा।
गौवंशीय पशुओं के मामले में ही शनिवार को विवाद हुआ था। विवाद के बाद दोनों पक्ष चले गए थे। किसी की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलती है तो आगे की कार्यवाही की जाएगी--- प्रवीण कुमार, कोतवाल पूरनपुर।
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