पीलीभीत: डीपीआरओ, लिपिक और कंसल्टिंग इंजीनियर पर जानलेवा हमले की FIR, 3 जनवरी को विकास भवन में हुई थी मारपीट
पीलीभीत, अमृत विचार। एक दिन पूर्व विकास भवन में हुई डीपीआरओ और कंसल्टिंग इंजीनियर के बीच मारपीट के मामले में कानूनी कार्रवाई हुई। कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों से मिली तहरीर पर जानलेवा हमला समेत अन्य धाराओं में क्रॉस रिपोर्ट दर्ज की।
एक पक्ष से कंसल्टिंग इंजीनियर अतुल कुमार जबकि दूसरे पक्ष से डीपीआरओ सतीश कुमार और लिपिक संजय तोमर को नामजद किया गया है। कंसल्टिंग इंजीनियर की ओर से दर्ज एफआईआर में एससीएसटी एक्ट भी लगाया गया है।
कंसल्टिंग इंजीनियर की ओर से दर्ज की गई रिपोर्ट में बताया है कि वह तीन जनवरी को सुबह करीब 11 बजे डीपीआरओ कार्यालय में ग्राम पंचायत रंपुरा नत्थू में अपने कार्यों को संपादित करने में आ रही समस्या लेकर पहुंचे थे। जैसे ही डीपीआरओ कक्ष में गए वहां लिपिक संजय तोमर पहले से मौजूद थे। दोनों ने समस्या सुनते ही नाराज होकर कमरे में बंधक बना लिया और गाली गलौज की। जान से मारने की नियत से डीपीआरओ ने सिर पर हेलमेट और बाल्टी मारकर लहूलुहान कर दिया। संजय तोमर ने पकड़कर रखा और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकाया।
उधर, डीपीआरओ ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि तीन जनवरी को विकास भवन स्थित कार्यालय में बैठकर शासकीय कार्य संपादित कर रहे थे। दोपहर 11.50 बजे अमित कुमार कक्ष में आए और अपनी शिकायत के संबंध में जानकारी करने लगा।अमित कुमार की बरखेड़ा ब्लॉक क्षेत्र के प्रधानों द्वारा 18 दिसंबर 2023 को शिकायत कमीशन को लेकर की गइ थी। जिसकी जांच में दोषी पाए जाने पर उससे जवाब तलब किया गया था।
जब कंसल्टिंग इंजीनियर को बताया कि आपके क्षेत्र के प्रधान कार्यशैली से परेशान है तो उसने गलती स्वीकारने के बजाय गाली गलौज शुरू कर दी। जान से मारने की धमकी देते हुए फंसाने की बात कहने लगा। फिर साथ लाया हेलमेट अपने सिर में मारकर खुद को लहूलुहान कर लिया। उन पर भी वार किया, बचाव करने पर हेलमेट हाथ में लग गया। कोतवाल नरेश त्यागी ने बताया कि क्रॉस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच करा रहे हैं।
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