हल्द्वानी: नाम का जिला उद्योग केंद्र, कर्मचारी नाममात्र के...भटकते रहते हैं 8 विकासखंडों के बेरोजगार

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने व उद्योग-धंधों को बढ़ाने का जिम्मा जिला उद्योग केंद्र का है, लेकिन वहीं कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। उद्योग केंद्र में फिलहाल स्थाई महाप्रबंधक तक नहीं है व प्रभारी महाप्रबंधक के भरोसे चल रहा है। वर्तमान में सोमनाथ गर्ग प्रभारी महाप्रबंधक हैं, लेकिन उनके पास चंपावत जिले के उद्योग केंद्र की भी जिम्मेदारी है। 

यहां ऑफिस व फील्ड स्टाफ की भी भारी कमी है। ऑफिस में जहां 28-30 कर्मचारी होने चाहिए, वहां 18-19 से काम चलाया जा रहा है। इधर, ऑफिस में कम से कम दो मैनेजर होने चाहिए, लेकिन यहां एक भी नहीं है। 

जिले के 8 विकासखंडों में एक-एक फील्ड स्टाफ होना चाहिए, लेकिन यहां एक ही कर्मचारी के कंधों पर सभी विकासखंडों की जिम्मेदारी है। ऑफिस में अकाउंटेंट के लिए कुर्सी है, पर उस पर बैठने वाला कर्मचारी नहीं है। 
आलम यह है कि उद्योग केंद्र के पास अपनी खुद की गाड़ी तक नहीं है। केंद्र उधारी की गाड़ी पर सवार है, जिसका महीने का किराया ही करीब 29 हजार रुपये है व तेल आदि का खर्च इससे अलग है।
 
स्टाफ की कमी से काम बाधित नहीं हो रहे हैं। केंद्र को मिले लक्ष्यों में प्रगति है। जल्द कर्मचारियों की कमी को दूर किया जाएगा। 
- सोमनाथ गर्ग, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र

 

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