रायबरेली: 750 किलोमीटर पैदल यात्रा तय कर अयोध्या पहुंचेंगे राम भक्त, विदिशा से शुरू किया था सफर
कहा- रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे का सपना हो रहा पूरा
डलमऊ, रायबरेली। रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे, आज से 34 साल पहले यह नारा श्रीराम की महिमा और उनके प्रति अगाध श्रद्धा और प्रेम को परिलक्षित करता था। आखिरकार वह तारीख भी आ गई। ऐसे में राम भक्तों का प्रेम देश भर से अयोध्या की ओर उमड़ रहा है। राम मंदिर स्थापना को लेकर देश भर में उत्सव का माहौल है। आने वाली 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर के राम भक्तों में उत्साह दिखाई पड़ रहा है। हर कोई राम की भक्ति में लीन है। राम भक्तों में कुछ अलग करने का जुनून छाया हुआ है।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर भक्तों में राम के प्रति आस्था एवं समर्पण का ऐसा जुनून छाया की सैकड़ो किलोमीटर की पदयात्रा तय कर अयोध्या धाम पहुंचने का लक्ष्य तय करने का साहस दिखाया।ऐसा ही कुछ राम के प्रति आस्था लिए मध्य प्रदेश विदिशा जिले के कागपुर के रहने वाले कन्हैया जोशी, बलिराम केवट, शैलेंद्र केवट, स्वरूप केवट, विनोद केवट एवं अजय केवट सहित 6 सदस्यों का जत्था बीती 21 दिसंबर को पैदल ही अयोध्या के लिए निकल पड़ा।
22 जनवरी के पहले अयोध्या पहुंचने के लक्ष्य को लेकर निकले राम भक्तों को 750 किलोमीटर का सफर तय करना है।राम भक्त कन्हैया जोशी ने बताया कि 21 दिसंबर को वह अपने साथियों के साथ गृह जनपद विदिशा मध्य प्रदेश से पैदल चलकर टीकमगढ़, सागर,ललितपुर,छतरपुर,महोबा फतेहपुर,रायबरेली से सुल्तानपुर आदि जनपदों से होकर अयोध्या प्रभु श्री राम के दर्शन करने जा रहे हैं। राम भक्तों ने बताया कि जगह-जगह राम सेवकों द्वारा उनका स्वागत खाने-पीने एवं रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई।रायबरेली जनपद में राम जी महाराज एवं मुन्ना त्रिवेदी के द्वारा मध्य प्रदेश से पैदल चलकर आए राम भक्तों का स्वागत किया गया।
यह भी पढ़ें: लखनऊ: अपने गढ़ की विरासत संभालने के साथ दो सीटों से ताल ठोकेंगे अखिलेश!
