देहरादून: जेल में सीखा Virtual Sim बनाना, जेल में बनी चुनाव लड़ने की Planing...

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Published By Bhupesh Kanaujia
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देहरादून, अमृत विचार। देहरादून के रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में करोड़ों की डकैती में हुआ ताजा खुलासा चौकाने वाला है। पटना की बेऊर जेल में बंद गैंग लीडर सुबोध सिंह ने डकैती की रकम से बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने की हसरत पाल रखी थी। इसके लिए उसने अपने आप को सेफ साइड करते हुए गैंग में सेकेंड लाइन शशांक को तैयार किया और 83 किलो से ज्यादा सोना लूट चुके शशांक के शातिर दिमाग ने ही गैंग ऑपरेट करते हुए देहरादून में रिलायंस ज्वैल्स में डकैती की पटकथा लिखी थी। 

दून पुलिस ने मास्टरमाइंड शशांक सिंह उर्फ सोनू राजपूत (25) पुत्र धनंजय कुमार निवासी सोनापुर थाना सिमरी, बगथ्यारपुर, जिला सहरसा बिहार को बीती 6 जनवरी को पटना के बेऊर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था, जिसे पटना से ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाया गया। पूछताछ में शशांक से डकैती की घटना में लूटे गए माल के संबंध में अहम जानकारियां मिलीं। उसे बुधवार को स्थानीय कोर्ट के आदेश पर 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

जेल में सीखा वर्चुअल सिम बनाना
शशांक से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि शशांक का दोस्त रोशन सिंह सुबोध सिंह गैंग का सदस्य था। रोशन ने ही शशांक को सुबोध से मिलवाया था। वर्ष 2015 में रोशन की हत्या के बाद शशांक सुबोध गैंग में शामिल हो गया था। सुबोध गैंग ने वर्ष 2016 में बैरकपुर पश्चिम बंगाल में मन्नापुरम गोल्ड शॉप में 28 किलो सोना तथा वर्ष 2017 में आसनसोल पश्चिम बंगाल में मुथूट फाइनेंस शाखा में 55 किलो सोने की डकैती डाली थी।

विशाखापट्टनम में डकैती डालने से पहले ही शशांक पकड़ा गया था। विशाखापट्टनम जेल से 9 माह बाद छूटते ही पुलिस ने शशांक, सुबोध आदि को गिरफ्तार कर पटना की बेऊर जेल भेज दिया था। जेल में शशांक की पहचान राजस्थान के हैकर से हुई, जिसने शशांक, सुबोध तथा राजीव सिंह को वर्चुअल सिम बनाना सिखाया। जेल से पहले से व्हाट्सएप कॉल करने वाला सुबोध गैंग वर्चुअल सिम के माध्यम से बात करने लगा था।

जेल में बनी चुनाव लड़ने की प्लानिंग
शशांक के अनुसार, सुबोध पर लूट, डकैती के कई अभियोग दर्ज थे। सुबोध और राजीव ने मुझे कहा कि हमें अपने पुराने मामलों में जमानत करानी है और वर्ष 2025 में विधानसभा चुनाव लडना है तो अब से जो भी घटना होगी, उसमें मोबाइल फोन के जरिये घटना करने वाली टीम से तुम ही बात करोगे और अगर बहुत महत्वपूर्ण है तभी हम दोनो में से कोई घटना करने वाली टीम के सदस्य से बात करेगा। इसके बदले हम तेरी जमानत जल्द से जल्द करवाएंगे औऱ तुझे एक करोड़ रुपये तक देंगे। इसके बाद से शशांक ही गैंग ऑपरेट करने लगा था। 

पुलिस की घेराबंदी से बदला था प्लान
जून 2023 में सांगली, महाराष्ट्र के रिलायंस शोरूम में पुलिसकर्मी बनकर बदमाशों ने करोड़ों की डकैती डाली थी, जिसका मास्टरमाइंड शशांक ही था। इसके बाद शशांक ने सितम्बर-2023 में देहरादून का रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूटने की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने गूगल मैप से घटनास्थल से आने-जाने का रूट मैप बनाया था।

9 नवंबर 2023 को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूटने के बाद पुलिस की घेराबंदी होने पर सभी बदमाश जंगल में वाहन छोड़कर वाया हरिद्वार के बजाय हिमाचल प्रदेश के रास्ते फरार हुए थे। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, शशांक से पूछताछ में और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली हैं, जिन पर काम चल रहा है।

नेपाल पहुंचा दून से लूटा सोना
देहरादून। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, शशांक ने गहन पूछताछ में बताया कि रिलायंस शोरूम से लूटा सोना नेपाल और अन्य स्थानों पर ठिकाने लगा दिया गया था। पुलिस टीमें माल बरामदगी का प्रयास कर रही हैं।

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