Exclusive: कोई रटकर नहीं याद रख पाता, कोई याद किया भूल जाता, UP बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं में बढ़ रहा तनाव

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Published By Nitesh Mishra
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यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं में बढ़ रहा तनाव।

यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं में तनाव बढ़ रहा। जिससे छात्र-छात्राओं की तबियत बिगड़ रही है। समस्या से पार पाने के लिए परीक्षा से पूर्व मनोचिकित्सक की सलाह ली जा रही है।

कानपुर, (अभिनव मिश्र)। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अगले माह से शुरू हो रही हैं। परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में तनाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में तमाम विद्यार्थी या उनके अभिभावक मनोचिकित्सक की सलाह ले रहे हैं। किसी विद्यार्थी को गणित के फार्मूले याद नहीं होने से पेपर खराब होने का भय है, तो किसी को याद किया पाठ जल्दी भूल जाने की परेशानी सामने आ रही है।  

22 फरवरी से नौ मार्च तक यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं होनी है। वहीं जनवरी में प्री-बोर्ड और प्रयोगात्मक परीक्षाएं होंगी। परीक्षाओं को लेकर कई विद्यार्थियों की तनाव के कारण तबियत बिगड़ रही है। नींद नहीं आना, चिड़चिड़ापन, छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आना, भूख न लगना, पेट व सिरदर्द जैसी समस्याएं हो रही हैं। 

मंडलीय सहायक मनोवैज्ञानिक संध्या शुक्ला के मुताबिक दिसंबर माह में नवाबगंज के अविनाश ज्ञान बालिका हाईस्कूल में परीक्षा संबंधी समस्याओं को सुलझाने के काउंसलिग की गई थी, इसमें 41 बच्चों से बिना तनाव लिए दैनिक दिनचर्या के अनुरुप ही परीक्षा देने की बात कही गई। मंडलीय मनोवैज्ञानिक केंद्र से दिसंबर में पांच  और जनवरी में दो परीक्षार्थी तनाव से निपटने की जानकारी ले चुके हैं।

मनोवैज्ञानिक संध्या शुक्ला ने बताया कि अधिकांश परीक्षार्थियों को गणित विषय से भय है। एक  छात्र को फार्मूले याद नहीं रहते हैं, उसे लिख-लिख कर अभ्यास करने की सलाह दी गई है। गणित के सवालों में जितना रिवीजन होगा उतनी ही विषय में परिपक्वता आएगी। इंटरमीडिएट के एक छात्र ने अंग्रेजी के बड़े-बड़े प्रश्न-उत्तर याद करके भूल जाने की समस्या बताई। 

मनोचिकित्सक की यह है सलाह

- क्षमता के अनुसार ही लगातार बैठकर पढ़ें
- समय सारिणी के अनुसार पढ़ाई करें
- छोटे-छोटे नोट्स बनाएं, जो चैप्टर उठाएं उसका बेसिक कांसेप्ट स्पष्ट हो
- कठिन विषय की तैयारी के लिए अधिक समय दें
- जल्दी भूल जाने से वाले परीक्षार्थी लिख-लिख कर अभ्यास करें
- फोन और सोशल मीडिया से परीक्षा के दिनों में दूरी बनाएं
- 6 से 8 घंटे की नींद लें, खान-पान का विशेष ध्यान रखें
- पढ़ाई के दौरान एक घंटे में 15 मिनट का ब्रेक लें, आरामदायक स्थिति में पढ़ाई न करें

इस तरह रहेगा सब कुछ याद

-    हाईलाइटर साथ रखें 
-    नोट्स खुद बनाएं 
-    ग्रुप स्टडी भी करें 
-    पढ़ाई में ब्रेक लेते रहें 
-    रिवीजन करते रहें

पढ़े हुए को पकड़ना है

हमें सिर्फ पढ़ना नहीं है, पढ़े हुए को पकड़ना है। यह तभी संभव है, जब आपका दिमाग काम करे। दिमाग को थकाए नहीं। आप अपना एक निश्चित समय चुनें, दिन हो या रात। लेकिन नींद पूरी करें, ताकि दिमाग ताजा रहे।

अभिभावकों को सलाह

- बच्चों पर परीक्षा का दबाव न बनाएं
- बच्चों को सकारात्मक ऊर्जा महसूस कराएं
- दूसरे बच्चों से तुलना करने से बचें
- बच्चों को जंक फूड से बचाएं 
- हरी सब्जी, मौसमी फल खिलाएं।

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