पीलीभीत : पूर्व विधायक ने श्री रामजन्म भूमि आंदोलन में दिया योगदान, अब बेटे अंकुर ने संभाली कमान, की दीपोत्सव की अपील
पीलीभीत,अमृत विचार: श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय रहे सदर सीट से तीन बार विधायक चुने गए पूर्व विधायक वीके गुप्ता का भले निधन हो चुका है। मगर, अब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उनका परिवार उत्साहित है। वह खुद इस दीपोत्सव की तरह मनाने के साथ ही अन्य लोगों में भी रामनाम की अलख जगा रहा है।
पूर्व विधायक वीके गुप्ता के पुत्र अंकुर गुप्ता ने अन्य कार्यकर्ताओं संग रविवार संग पहले तड़के ही घर घर जाकर अक्षत और राम मंदिर का फोटो वितरित किया। ये अपील की गई थी कि सभी २२ को घर मंदिर में दीप जलाए। भजन कीर्तन करें और राम नाम का जाप हो। इस भव्य तरीके से मनाएं। इसके बाद अपने गांधी स्टेडियम रोड पर स्थित प्रतिष्ठान पर भी रामध्वज का वितरण किया।
अपने प्रतिष्ठान पर भी रामध्वज लगाएं। इन्होंने बताया कि इनके पिता ने अस्सी और नब्बे के दशक में राम जन्मभूमि आंदोलन में भागीदारी की। जेल भी गए और पिता वा अन्य कारसेवकों का संघर्ष ऐतिहासिक बन गया है। बढ़ी खुशी होती है। इस दिन को भव्य रूप से खुद तो मनाएंगे ही, रामनाम की अलख दूसरों में भी जगा रहे है। ऐसा प्रतीत होता है कि पिता वा अन्य कार सेवकों की तरह अब इस मुहिम में कुछ योगदान देने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।

उधर गिरी सरकार उधर वीके गए जेल: बताते हैं कि वीके गुप्ता छह दिसंबर 1992 की घटना के बाद पीलीभीत लौटे थे। भाजपा की सरकार गिर चुकी थी। उसके बाद शांति व्यवस्था बनाने के नाम पर धरपकड़ चल रही थी। इसी दौरान दोनों पक्षों के नेताओं की गिरफ्तारी हुई। जिसमे वीके गुप्ता भी शामिल थे। उन्हे जेल जाना पड़ा था। उनका निधन हो चुका है। अब उनके पुत्र सक्रिय भागीदारी निभाते हुए तराई में रामनाम की अलख जगा रहे है।
