पल पल प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तरफ बढ़ रही अयोध्या होती जा रही और भी भव्य, सूर्य के प्रकाश से लेकर चंद्रमा की किरणों तक दिख रही अतुलनीय
उल्लास-उत्सव के साथ रामलला के स्वागत के लिए अद्भुत श्रंगार से सजी रामनगरी
अयोध्या धाम में 21 को छोटी और 22 को बड़ी दीपावली की हो रहीं दिव्य तैयारियां
अयोध्या। जैसे-जैसे भव्य मंदिर में आराध्य के विराजने की घड़ी निकट आ रही है वैसे-वैसे अयोध्या अतुलनीय होती जा रही है। सूर्य के प्रकाश से लेकर चंद्रमा की किरणों के बीच फूट रहे उल्लास व उत्सव के साथ रामनगरी वैभव की रामनामी ओढ़ती जा रही है। दिन में श्रद्धालुओं का कोलाहल तो सांझ ढलते ही झिलमिलाती नगरी अतुल्य भारत की प्रतीक बन रही है।
उल्लासित अयोध्या धाम में चारों दिशाओं से प्रवेश करते ही नव्य अयोध्या का आभामंडल हर एक को न केवल हतप्रभ कर रहा है वरन उनके रोम रोम को राम के अनुराग से भर दे रहा है। इतना ही नहीं ऐसा प्रतीत होता है जैसे मानों साक्षात श्रंगार की देवी शैलपुत्री ने स्वयं रामनगरी को अलौकिक रुप दे दिया हो। 'अमृत विचार' ने गुरुवार सांझ अयोध्या धाम की अलौकिकता को सहजने का प्रयास किया।
चंद्रमा की किरणों के प्रस्फुटन के मध्य जय श्री राम...की आभा
रामपथ पर टेढ़ी बाजार चौराहे पर सीताराम - सीताराम की धुन, चहुंओर भवनों पर झिलमिलाती झालरें, इन्हीं झालरों के मल्टीप्लेक्स भवन पर प्रभु का अलौकिक रुप कदमों को रोक देता हैं, लोगों में यह चित्रण मोबाइल में कैद करने की आतुरता। बहराइच से आए दंपति मन मिश्र और आरती मिश्रा बोलीं ' भईया विश्वास नहीं हो रहा है, यह वही अयोध्या है जहां हम आया करते थे। उज्जैन के रमेश मंडल ने कहा कि रामजन्मभूमि की अयोध्या अब विश्व की सर्वश्रेष्ठ नगरी बन गई है।
जय श्रीराम का उद्घघोष और उल्लास और आस्था का नृत्य
श्रीराम जन्मभूमि मार्ग... श्रद्धालुओं का तांता पूरे मार्ग पर, भंडारे में उमड़ते लोग, प्रकाशमय रामपथ - दुकानों पर केसरिया पताकाओं के साथ केसरिया झालरों की पट्टियां - अलौकिकता का प्रदर्शन कर रहीं हैं। दिल्ली से आए चक्रधारी पांडेय बोले लौटने का मन नहीं कर रहा है, 22 जनवरी का प्रतिबंध नहीं होता तो एक सप्ताह और प्रवास करता। प्रसाद के दुकानदार रमेश अग्रहरि ने कहा अब दिन लौट आएं हैं।

इठलाती सलिला सरयू और लता मंगेशकर चौक पर रामोत्सव
चंद्रमा की किरणों से झिलमिल करती सलिला सरयू और रामोत्सव का अदभुद संगम। लता मंगेशकर चौक पर पेड़ों तक में दीपों की श्रंखला, राम-सीता बने कलाकारों के साथ शंखनाद करते साधु संत, सर्द हवा भी आस्था के आगे नतमस्तक, चौक पर अपार जनसमूह और नृत्य करते श्रद्धालु। यहां तैनात सुरक्षा बलों के जवान भी यह उत्सव देख आह्लादित दिखते हैं। बच्चों के साथ पहुंचे अहमदाबाद के मनसुखभाई बोले हमारे मोदी जी ने अयोध्या को दिव्यता प्रदान की। बताया 26 जनवरी को पुनः अहमदाबाद सत्संग मंडल के साथ आयेगें।

लोग बोले- 21 को छोटी तो 22 को मनाएंगे बड़ी दीपावली
जुड़वा नगर भी उत्सव में सहभागिता के लिए वृहद स्तर पर तैयारी में है। साहबगंज निवासी अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि 500 वर्षों का सपना साकार होने जा रहा है, दीपावली तो बनती है। उन्होंने अभी से घर पर झालर सजा दी है। अंगूरीबाग की पार्वती शुक्ला बोलीं 21 जनवरी को छोटी और 22 को बड़ी दीपावली होगी। दीए खरीद लाएं हैं, पांच दीपक चौखट पर तो मुंडेर पर श्रंखला प्रज्वलित करेगें। विशेष यह कि फैजाबाद नगर में सिविल लाइन, रीडगंज, नियावां, रिकाबगंज क्षेत्रों में आवासों पर झालरें सजने लगीं हैं। कई स्थानों पर अभी से एलईडी लगा कर रामायण का प्रसारण शुरू कर दिया गया है।
पल पल प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तरफ बढ़ रही अयोध्या होती जा रही और भी भव्य, सूर्य के प्रकाश से लेकर चंद्रमा की किरणों तक दिख रही अतुलनीय pic.twitter.com/5KbAtiL26d
— Amrit Vichar (@AmritVichar) January 19, 2024
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