गोंडा: 3.28 लाख बच्चों का रिकॉर्ड नहीं दे रहे 881 स्कूल, मान्यता रद्द करने की तैयारी  

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Published By Sachin Sharma
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स्कूल संचालकों की लापरवाही से यू डॉयस पोर्टल पर नहीं अपलोड हो सका विद्यार्थियों का डाटा 

उमानाथ तिवारी, गोंडा। यू-डायस पोर्टल पर डाटा अपलोड करने को लेकर शिक्षा विभाग की तमाम कवायदों के बाद भी कई स्कूल संचालक केंद्र सरकार के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार जिले के 881 स्कूल ऐसे‌ हैं जिन्होने अब तक‌ डाटा फीडिंग का काम ही नहीं शुरू किया है। यह स्कूल संचालक अपने यहां पंजीकृत बच्चों का डाटा देने से कतरा रहे हैं।

इस मनमानी से इन स्कूलों में नामांकित बताए जा रहे 3.28 लाख बच्चों का रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग के 493, माध्यमिक शिक्षा के 232 व अल्पसंख्यक विभाग से मान्यता लेने वाले 206 मदरसे शामिल हैं। डाटा अपलोड न करने वाले ऐसे विद्यालयों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है। विभाग जल्द ही ऐसे विद्यालयों की मान्यता रद्द करने की तैयारी कर रहा है।

जिले में कक्षा एक से 12 तक के 4685 विद्यालयों में 7.99 लाख बच्चों का पंजीकरण हैं। इन स्कूलों को अपने स्कूल की प्रोफाइल व संसाधन, टीचर और स्टूडेंट मॉड्यूल की फीडिंग यू-डायस पोर्टल पर करनी है। इसके अंतर्गत विद्यालय, शिक्षक व विद्यार्थी के बारे में पूरी जानकारी देनी होती है। इस काम को 31 दिसंबर तक पूरा किया जाना था लेकिन अब तक सिर्फ 4.70 लाख बच्चों का डाटा ही अपलोड किया गया है। तमाम प्रयासों के बावजूद जिले के 881 स्कूलों ने डाटा फीडिंग का काम ही नहीं शुरू किया है। इन स्कूल संचालकों की मनमानी से 3.28 लाख बच्चों का रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है।

स्कूलों की ढिलाई की वजह से अब तक काम पूरा नहीं हो पाया है। कई बार प्रशिक्षण दिए जाने, बैठकों में समझाने और पत्र भेजे जाने के बाद भी तेजी नहीं दिख रही है। एमआईएस इंचार्ज जगदीश शरण गुप्ता ने बताया कि जिले में 799160 विद्यार्थियों के सापेक्ष 470856 बच्चों का डाटा पोर्टल पर अपलोड किया गया है।

881 स्कूलों ने अब तक काम ही नहीं शुरू किया है। इससे 328304 बच्चों का रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संबंधित विद्यालयों को नोटिस जारी किया है। विभाग लापरवाही बरतने वाले स्कूलों के मान्यता रद्द करने की तैयारी में है। इसके लिये माध्यमिक शिक्षा विभाग व अल्पसंख्यक विभाग को पत्र संस्तुति रिपोर्ट भेजी जायेगी।

सक्रिय हुए अधिकारी तो जद में आएंगे कई प्रतिष्ठित स्कूल

यू-डायस पोर्टल पर डाटा अपलोड करने के लिए विभाग के अधिकारी जिस हिसाब से पत्राचार कर रहे हैं, उसी अनुरूप कार्रवाई करते हैं तो जिले के फातिमा व सेंट जेवियर्स जैसे कई प्रतिष्ठित स्कूल भी इसकी जद में आएंगे। जिले में कई ऐसे स्कूल हैं जिनमें बच्चों की संख्या हजारों है। उनकी फीस भी काफी है, लेकिन यह स्कूल पोर्टल पर अपना डाटा अपलोड करने से बच रहे हैं। जानकारों के अनुसार, डाटा अपलोड करने से स्कूल संचालकों को सभी ब्यौरा ऑनलाइन और सही देना पड़ेगा, इससे उनकी लापरवाही पर लगाम लगेगी।

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यू-डायस को लेकर शासन स्तर से जो निर्देश दिए जा रहे हैं, उसी अनुरूप कार्य कर रहे हैं। जिन विद्यालयों से डाटा अपलोड नहीं किया गया है, उनकी मान्यता रद्द करने और जुर्माना लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए टीमें भी गठित की जाएंगी।

                                                                                                                  - प्रेमचंद यादव, बीएसए।

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