रियासत के विलय के 210 दिन बाद रामपुर में अमर हुआ गणतंत्र

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Published By Priya
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30 जून 1949 को भारत गणराज्य में विलय हुई थी रामपुर रियासत, 26 जनवरी 1950 को लहराया गया था गण का तंत्र, विलय समझौते पर नवाब रजा अली खां ने किए हस्ताक्षर

सुहेल जैदी, रामपुर, अमृत विचार। 30 जून 1949 को भारत गणराज्य में रामपुर रियासत के विलय होने के 210 दिन बाद रामपुर में गणतंत्र अमर हो गया। 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। हालांकि, 15 मई 1949 ई. को भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट्स सलाहकार वीपी मैनन रामपुर आए और रियासत के विलय समझौते पर वीपी मैनन ने गवर्नर जनरल आफ इंडिया के प्रतिनिधि के रूप में और रामपुर रियासत की ओर से नवाब रजा अली खां ने हस्ताक्षर किए। 26 जनवरी को गांधी समाधि पर आन-बान-शान से तिरंगा लहराया जाता है।

रामपुर रियासत ने इंडियन यूनियन में शामिल होने के लिए विलय के दस्तावेज पर सबसे पहले हस्ताक्षर किए थे । 20 दिसंबर 1948 ई. से आल इंडिया कांग्रेस कमेटी का 55वां अधिवेशन जयपुर में हुआ। रामपुर से कांग्रेस के प्रतिनिधि भी उसमें शामिल हुए। इस अधिवेशन में उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल मौजूद थे। उन्होंने अपने भाषण में विशेष रूप से नवाब रामपुर का उल्लेख करते हुए कहा कि वह एक छोटी सी रियासत है और नवाब मुसलमान है लेकिन, वहां के नवाब ने विलय के दस्तावेज पर सबसे पहले हस्ताक्षर किए हैं।

 रामपुर रियासत के मुख्यमंत्री कर्नल बशीर हुसैन जैदी भारतीय राजनीति के क्षितिज पर उदय होने का सपना देख रहे थे और उन्होंने नवाब रामपुर को विश्वास दिलाया कि अब निजी शासन का अंत अवश्यंभावी है। जबकि, भारत सरकार चाहती थी कि रामपुर की एकाकी हैसियत उस समय तक बरकरार रखी जाए और उसको केंद्र शासित एक विशेष क्षेत्र बना दिया जाए। लेकिन, रियासत के कर्णधारों के इरादे और योजनाएं कुछ और थीं 15 मई 1949 ई. को जल्दबाजी और गोपनीयता के साथ रियासत का केंद्र में त्वरित विलय कर दिया गया।

रियासत का विलय होने के बाद जारी हुआ यह फरमान
इतिहासकार नफीस सिद्दीकी बताते हैं कि 17 मई 1949 ई. को रामपुर स्टेट का असाधारण गजट जारी हुआ। जिसमें कहा गया कि रियासत का प्रशासन प्रत्यक्ष रूप से अपने हाथ में लेते हैं। दूसरा आदेश पारित होने तक रियासत के प्रत्येक विभाग की व्यवस्था जैसा कि इस समय है बदस्तूर उसी तरह कायम रहेगी। सभी वर्तमान मिनिस्टर 30 जून 1949 ई. तक हमारी गवर्नमेंट के सदस्यों की हैसियत से कार्य करते रहेंगे। 1 जुलाई 1949 ई. से रियासत रामपुर का केंद्र से विलय स्वीकार कर लिया गया।

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