रामपुर: दोपहर बाद खिली धूप से लोगों को मिली राहत, अवध-असम रद
बच्चों और बुजुर्गों ने पार्क में जाकर लिया धूप का लुत्फ, शाम ढलते ही शुरू हुआ सर्दी का सितम, चली शीत लहर
रामपुर, अमृत विचार। करीब पांच दिन के बाद बुधवार को धूप निकलने से लोगों को राहत मिल गई। बच्चों ने पार्क में खेलकर धूप का मजा लिया। हालांकि शाम को सूरज छिपने के बाद फिर से सर्दी का सितम जारी हो गया और लोग घरों में दुबक गए। अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन रद होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जबकि दिल्ली जाने वाली संपर्क क्रांति ट्रेन अपने निश्चित समय पर रामपुर पहुंची।
एक जनवरी से लगातार मौसम करवट लेता जा रहा है। कोहरे और सर्दी के चलते लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। सर्दी के सितम के चलते छोटे बच्चों की स्कूलों के अवकाश तक कर दिए गए थे। उसके बाद सर्दी के चलते अवकाश बढ़ा दिए गए थे। घने कोहरे और सर्द हवाओं के चलते लोगों का घरों से निकलना तक दुश्वार हो गया था। बुधवार सुबह तक काफी कोहरा रहा,लेकिन दोपहर बाद बादल छंटने पर धूप निकल आई।
जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। कई दिनों से घरों में दुबके बच्चे खेलने के लिए पार्क और मैदान में आ गए। उसके बाद बच्चों ने दोस्तों के साथ किसी ने कबड्डी,तो किसी ने पार्क में लगे झूलों के अलावा स्केटिग का मजा लिया। हालांकि शाम को सूरज छिपने के बाद लोगों का सर्दी का एहसास होने के बाद घरों में दुबक गए। महिलाओं ने छतों पर पहुंचकर कई दिन ऐ एकत्र कर रही गीले कपड़ों को सूखने के लिए धूप में डाला।
अवध-असम रद,यात्री परेशान
बुधवार को कोहरे के चलते अवध-असम एक्सप्रेस रद रही। जबकि दिल्ली से चलकर बरेली की ओर जाने वाली काफी ट्रेनें अपने निश्चित समय से कई-कई घंटे देरी से रामपुर पहुंचीं। इस दौरान यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सर्दी का सितम यातायात भी पड़ रहा है। जनवरी से लंबे रूट की काफी ट्रेनें रद चल रही हैं। जबकि उत्तराखंड से चलकर दिल्ली जाने वाली उत्तरांचल संपर्क क्रांति सप्ताह में चार से पांच दिन ही आ रही है। मंगलवार को यह फिर से ट्रेन रद रही थी। जबकि बुधवार को अवध असम ट्रेन रद रही। इसके अलावा सियालदा जम्मूतवी अपने निधार्रित समय करीब सवा घंटे देरी से रामपुर पहुंची।
बूढ़े भी लेते रहे धूप का आनंद
पांच दिन पहले दोपहर के बाद धूप निकलती थी। जिसके बाद लोगों ने धूप का आनंद लिया था। उसके बाद फिर से मौसम खराब हो गया था। पूरे-पूरे दिन कोहरा और बादल रहने के साथ शीत लहर का प्रकोप जारी थी।पांच दिन के बाद बुधवार को धूप निकली। बूढ़े धूप लेने के लिए दरवाजों के आगे कुर्सी या फिर चारपाई डालकर आनंद लेते रहें। वही सरकारी आफिसों के कर्मचारी भी धूप में बैठे रहे। इसके अलावा कहचरी में भी अधिवक्ता और वादरकारी धूप में बैठे रहे।
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