लखीमपुर-खीरी: तीन साल में 34 लोगों ने अपने घरों में स्थापित कराया रूफटॉप सोलर पैनल, बिजली बिल की होगी बचत

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से लौटने के बाद प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना से एक करोड़ घरों में सोलर पैनल लगाने की घोषणा किए जाने के बाद सोलर पॉवर को लेकर एक बार फिर चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। 

हालांकि इससे पहले भी प्रधानमंत्री द्वारा जुलाई 2022 में नेशनल पोर्टल सोलर रूफटॉप डॉट जीओवी डॉट इन का उद्घाटन किया जा चुका है। तब हर घर सोलर के नाम से योजना शुरू की गई थी, जिसमें घर में ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पैनल लगाने के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा अनुदान दिए जाने की व्यवस्था है। इसके बावजूद तीन वर्षों (2020 से 2023 तक) लोगों ने अपने घरों में रूफटॉप सोलर पैनल लगवाए हैं। 

रूफटॉप सोलर पैनल से घरों में निर्बाध बिजली का उत्पादन करके रोशनी समेत घरेलू ऊर्जा की अन्य जरुरते पूरी हो सकती है। जो बिजली उपयोग से बचेगी, उसे उपभोक्ता बिजली विभाग बिक्री कर सकेंगे। क्योंकि इसे घरेलू उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पैनल आमदनी और रोजगार का जरिया भी बन सकता है। इसके लिए घर की छत पर दो किलोवॉट से 10 किलोवॉट क्षमता का सोलर पैनल लगाए जा सकते हैं। 

योजना में लोगों को जोड़ने के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जा रही है। नेडा के परियोजना अधिकारी कमलेश सिंह यादव ने बताया कि जैसे किसान का खेत खाली रह जाता है, तो उसकी लगातार क्षति होती है। ठीक उसी प्रकार यदि दो किलोवॉट विद्युत उपभोक्ता की छत खाली है, तो उसकी लगभग दो हजार रूपये प्रतिमाह की दर से क्षति हो रही है। 

इसलिए उपभोक्ताओं को अपने घर की छत पर रूफटॉप सोलर पैनल जरूर लगवाना चाहिए। इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है। इसके बावजूद लोगों में जागरूकता न होने के कारण घर की छतों पर सोलर सिस्टम लगवाने के प्रति उदासीनता बनी हुई है, जबकि लगातार महंगे होते बिजली बिल से गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार खासे परेशान रहते हैं। जिनके लिए रूफटॉप सोलर पैनल सिस्टम किसी वरदान से कम साबित नहीं होगा। 

प्रति किलोवॉट चार यूनिट बिजली उत्पादन 
सोलर पैनल सिस्टम से प्रति किलोवॉट चार यूनिट तक प्रतिदिन बिजली का उत्पादन होता है। इस तरह एक किलोवॉट सोलर सिस्टम से एक माह में 120 यूनिट बिजली उत्पादन होगा। इससे उपभोक्ता को 120 यूनिट बिजली का बिल कम देना पड़ेगा। इसी तरह दो किलोवॉट क्षमता का सोलर सिस्टम लगाने पर बिजली यूनिट का उत्पादन दुगुना हो जाएगा। 

विभाग के पोर्टल पर करें आनलाइन आवेदन 
उपभोक्ता को घरेलू बिजली कनेक्शन की क्षमता के आधार पर आनग्रिड सोलर रूफटॉप सिस्टम लगवाने के लिए भारत सरकार के नेशनल पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट सोलररूफटॉप डॉट जीओवी डॉट इन पर आवेदन करना होगा। उपभोक्ता को अनुदान आदि की जानकारी यूपीनेडा की वेबसाइट यूपीनेडा डॉट ओआरजी डॉट इन पर प्राप्त की जा सकती है। 

इतना मिलेगा अनुदान 
सोलर प्लांट क्षमता - कुल अनुदान (रूपये)
एक किलोवाट - 33000 
दो किलोवाट - 66000
तीन किलोवाट - 84000
चार किलोवाट - 93000
पांच किलोवाट - 102000 
छह किलोवाट - 111000
सात किलोवाट - 120000
आठ किलोवाट - 129000 
नौ किलोवाट - 138000 
10 किलोवाट - 147000 

2023 में स्थापित हुए 22 रूफटॉप सोलर सिस्टम 
हर घर सोलर योजना में जनपद में कुल 34 रूफटॉप सोलर सिस्टम घरों की छतों पर स्थापित कराए जा चुके हैं। इसमें पिछले वर्ष 2023 में सबसे अधिक 24 सोलर सिस्टम स्थापित हुए। जबकि 2022 में तीन, 2021 में पांच, 2020 में चार सोलर सिस्टम स्थापित किए गए। सोलर सिस्टम नेशनल पोर्टल के रजिस्टर्ड वेंडर द्वारा लगवाया जाएगा, जिसे उपभोक्ता को नगद भुगतान करना होगा। इसके बाद 30 दिन में उपभोक्ता के खाते में डीबीटी के माध्यम से अनुदान प्राप्त हो जाएगा---कमलेश सिंह यादव, परियोजना अधिकारी, यूनीनेडा।

यह भी पढ़ें-  लखीमपुर खीरी: घर में घुसकर किशोरी को अगवा करने की कोशिश कर रहे दो युवको को ग्रामीणों ने दबोचा, चार फरार

संबंधित समाचार