Exclusive News: मोटापे से महिलाओं के चेहरे पर निकल रहे बाल, रात में मोबाइल चलाना भी बीमारी... इस तरह से करें बचाव

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Published By Nitesh Mishra
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कानपुर में मोटापे से महिलाओं के चेहरे पर बाल निकल रहे।

कानपुर में मोटापे से महिलाओं के चेहरे पर बाल निकल रहे। जीएसवीएसएस पीजीआई की ओपीडी में रोज मोटापे से पीड़ित 20 मरीज पहुंच रहे।

कानपुर, (विकास कुमार)। खराब जीवनशैली, अनियमित खानपान, व्यायाम न करना, जंक व फास्ट फूड सेवन से लोग मोटापे का शिकार होकर तमाम बीमारियों की गिरफ्त में आ रहे हैं। महिलाओं में  मोटापे की वजह से हार्मोंस में बदलाव होने पर चेहरे बाल आने और अनियमित माहवारी जैसी समस्या हो रही है। 

जीएसवीएसएस पीजीआई के इंडोक्रोनोलॉजी विभाग की ओपीडी में रोज करीब 20 मरीज मोटापे का इलाज लेने आते हैं। जांच में पाया गया है कि मोटापा बढ़ने से महिलाओं में पुरुष हार्मोंस विकसित हो रहे हैं। इससे उनके चेहरे पर बाल, दाढ़ी व मूंछ उगने लगती है। अनियमित माहवारी की भी समस्या होती है।

इसकी मुख्य वजह खराब जीवनशैली, आरामदायक जीवन और प्रोटीन व विटामिन युक्त चीजों का सेवन नहीं करना है। जीएसवीएसएस पीजीआई के इंडोक्रोनोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ.शिवेंद्र वर्मा ने बताया कि मोटापा बढ़ने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो जाती है। इससे शरीर में हार्मोंस में बदलाव होने लगता है। महिलाओं में धीरे-धीरे पुरुष हार्मोंस विकसित होते हैं।  

बच्चे भी हो रहे मोटापे से पीड़ित  

विभागाध्यक्ष डॉ.शिवेंद्र वर्मा ने बताया कि एक स्टडी में पाया गया है कि बीते 10 सालों में कम उम्र के लोग या बच्चे भी मोटापे के शिकार होने लगे है। करीब 30 से 40 प्रतिशित लोग मोटापे की वजह से परेशान है। कोलेस्ट्रॉल लेवल  ऊपर होने के कारण मोटापे के मरीजों को बीपी, शुगर जैसी बीमारी होने लगती है। वेस्टर्न कल्चर अपनाने वाले लोग मोटापे से ज्यादा परेशान है।  वेस्टर्न कल्चर अपनाने पर 10 से 12 साल में ही बच्चों का वजन तेजी से बढ़ने लगता है। 

रात में मोबाइल चलाना भी बीमारी  

वर्तमान में 18 से 20 वर्ष तक के बच्चों में शुगर लेवल बार्डर लाइन को छू रही है, जिसे टाइप-टू शुगर कहते हैं, जो अनियमित दिनचर्या के कारण हो रही है। खास तौर पर उन बच्चों में यह अधिक देखने को मिल रहा है, जो रात में मोबाइल का प्रयोग अधिक करते हैं। इसके शुरुआती लक्षण जल्द नजर नहीं आते, लेकिन शरीर को तकलीफ होती है। खाने में प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम व आयरन युक्त पौष्टिक चीजों का सेवन न कर फास्ट फूड खाना अधिक दिक्कत दे रहा है। 

इस तरह से करें बचाव 

-प्रतिदिन व्यायाम करें और पैदल चलें।
- खाने में आयरन, कैल्शियम व प्रोटीन युक्त चीजें लें।
 -रोज एक फल और खाने में सलाद खाएं।
-बीपी और शुगर की जांच समय पर कराएं। 
-बीपी रोगी दवा लें, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखें।
- रोज सात से आठ घंटे की पर्याप्त नींद लें। 
- बच्चे ऑउटडोर गेम जरूर खेलें।

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