Kanpur: शहर में जल्द दौड़ते दिखेंगे एक लाख ई-व्हीकल; रोजाना होगी एक करोड़ रुपये की बचत...
कानपुर में जल्द ही एक लाख ई-व्हीकल दौड़ते दिखेंगे।
अंतरिम बजट में चार्जिंग इंफ्रा को सपोर्ट और ई-व्हीकल इकोसिस्टम के विस्तार से शहर में स्थापित होने वाले 24 नए ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना को गति मिलना तय हो गया है।
कानपुर, अमृत विचार। अंतरिम बजट में चार्जिंग इंफ्रा को सपोर्ट और ई-व्हीकल इकोसिस्टम के विस्तार से शहर में स्थापित होने वाले 24 नए ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना को गति मिलना तय हो गया है। शहर में अभी 40 हजार से ज्यादा ई-व्हीकल सड़क पर दौड़ रहे हैं, सरकार की नीति से अनुमान है कि यह संख्या अगले एक साल में एक लाख का आंकड़ा पार कर सकती है।
उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक वाहन व निर्माण एवं गतिशीलता नीति-2022 के तहत शासन के निर्देश पर नगर निगम ने पहले ही 20 स्थानों को ई-चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए चयनित कर रखा है। यहां ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए नगर निगम ने दिग्गज कंपनियों टाटा और अडाणी समूह के साथ एमओयू किया है।
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत प्रदूषण का स्तर घटाने के लिए भी ई-व्हीकल को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। अभी शहर में नगर निगम की ओर से स्थापित सिर्फ दो सार्वजनिक ई-चार्जिंग स्टेशन हैं। पिछले दो साल में टू व्हीलर के साथ चार पहिया ई-वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
70 हजार के करीब ई-रिक्शा भी दौड़ रहे हैं। ई-बसों की संख्या 100 है। इन बसों को चार्ज करने के लिए चकेरी और फजलगंज डिपो में ई-चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं। लेकिन अन्य सार्वजनिक ई-वाहनों को चार्ज करने के लिए इंफ्रा डेवलप नहीं किया गया है।
रोज एक करोड़ रुपये की होगी बचत
ई-व्हीकल शहर में पेट्रोल-डीजल और सीएनजी से चलने वाहनों का विकल्प बनेगा। यह तीनों ईंधन का बाजार मूल्य लगभग एक समान है इसलिये इलेक्ट्रिक चार्जिंग सस्ता पड़ेगा। एक आंकड़े के अनुसार शहर में प्रतिदिन एक करोड़ रुपये मूल्य के पेट्रोलियम पदार्थों की बचत का अनुमान है। इसके साथ ही शहर में पेट्रोल-डीजल से होने वाले प्रदूषण पर भी रोक लगेगी।
सरकार ई-व्हीकल को बढ़ावा दे रही है। इसे देखते हुए ई-चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने आवश्यक हैं। शासन के निर्देश पर नए चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए जगह चिह्नित की है। निजी कंपनियों के साथ एमओयू भी साइन किया है। जल्द ही ई-चार्जिंग स्टेशन धरातल पर होंगे। कानपुर में ईवी बुनियादी ढांचे के परिदृश्य में क्रांति लाने और एक स्थायी और पर्यावरण-अनुकूल भविष्य की ओर ले जाने वाली पहल बनेगी। - शिवशरणप्पा जीएन, नगर आयुक्त
