प्रयागराज: 50 साल पुराने रेलवे ओवरब्रिज पर चलने वाला है बुलडोजर, विशेषज्ञ बोले- अब नहीं हो सकती इसकी मरम्मत!
प्रयागराज। हाईकोर्ट के समीप बने 50 साल पुराने बने सेतु पुल पर ग्रहण लग गया। इस पुल के जर्जर होने के बाद जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक कर इस पुल को हमेशा के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। अब यह पुल इतिहास के पन्नों में सिर्फ इतिहास बनकर रह जायेगा।
सिविल लाइंस से पुराने शहर और हाईकोर्ट की और जाने वाले 50 साल पुराने पुल पर जर्जर होने की नोटिस लग गयी है। लखनऊ से आई टीम ने इस पुल का निरीक्षण कर साफ कर दिया है कि अब इस पुल की मरम्मत नही की जा सकती है। इस रिपोर्ट के मुताबिक यह माना जा रहा है कि अब पानी की टंकी वाला रेलवे पुल हमेशा के लिए सिर्फ इतिहास के पन्नो पर ही दर्ज रह जायेगा।
डीएम और लोक निर्माण की हुई बैठक के बाद अब जर्जर हो चुके इस पुल पर बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि लोक निर्माण विभाग और राज्यसेतु निर्माण निगम की रिपोर्ट में या फैसला लिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहलल ने स्कूल को बंद करने के लिए तत्काल निर्देश दिया है।
इस पर अमल करते हुए अब इसे रविवार को बंद कर दिया जाएगा। जबकि इस पुल को मोनी अमावस्या के पहले ही बंद करना था। डीएम ने माघ मेला को ध्यान में रखते हुए इस आरओबी पर दो पहिया और पैदल आने वाले वालों के लिएही रास्ता खोल रखा है।
पानी टंकी के समीप बने इस 50 साल पुराने पुल को जर्जर घोषित किया गया है। लखनऊ से आई टीम के मुताबिक अब यह सेतू मरम्मत के लायक नहीं है। लिहाजा इसीलिए इस पुल को बंद किया जा रहा है।
मनोज अग्रवाल, मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम
लखनऊ से पुल की जांच करने आईआई टेक्निकल टीम ने निरीक्षण के बाद यह रिपोर्ट लगाया है कि इसका मरम्मत नही किया जा सकता है। काफी पुराना होने के साथ-साथ यह पूरा जर्जर हो चुका है।
नवनीत सिंह चहल,जिलाधिकारी प्रयागराज
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