पीलीभीत: कोतवाल को तहरीर का पता नहीं, दरोगा के पास नहीं फोर्स, कैसे हो कार्रवाई...पिता-पुत्र की हो गई पिटाई!
पीलीभीत, अमृत विचार: पारिवारिक विवाद में पिता पुत्र की पिटाई हो गई। तहरीर भी कोतवाली में दी गई। मगर 24 घण्टे बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।आरोप है कि कोतवाल ने तहरीर मिलने से ही अनभिज्ञता जता दी। ठेका चौकी इंचार्ज को कारवाई के लिए फोर्स नहीं थी। पीड़ित के मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
घटना शहर के शिवनगर कॉलोनी की है। यहां के निवासी धीरज पुत्र हरिशंकर ने कोतवाली में गुरुवार रात दी गई तहरीर में बताया था कि उसकी दादी शांति देवी विधवा हैं। उन्हें दादा के निधन के बाद पेंशन मिलती है। पीड़ित के सगे मौसेरे भाई पेंशन के लालच में दादी को करीब तीन साल से जबरन रखे हुए थे। कई बार पीड़ित के माता-पिता ने लाने का प्रयास किया लेकिन आरोपियों ने विरोध कर दिया। 24 अप्रैल को पीड़ित की मां शकुंतला देवी का निधन हो गया।
समाज के लोगों के कहने पर बमुश्किल दादी को उक्त लोगों ने आने दिया। 14 मई को दादी के कागज बैंक पासबुक आदि लेकर ग्राम सिरसा लेकर गया था। इसी बात पर मौसेरे भाई खफा हो गए थे। आरोप है कि इसी की रंजिश में 16 मई को रात के पौने नौ बजे मौसेरे भाई ने अपने साथियों के साथ पीड़ित के साथ मारपीट की। जब पिता बचाने आए तो पिता से भी अभद्रता की गई। किसी तरह की कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। दूसरे दिन शुक्रवार को भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
पीड़ित का आरोप है कि वह कोतवाली गए तो वहां तहरीर से ही अनभिज्ञता जता दी गई। फिर चौकी पर दरोगा ने यह कहकर टाल दिया कि अभी उनके पास फोर्स नहीं है। जिससे पीड़ित को थाना स्तर पर न्याय दिलाने के जिम्मेदारों के दावों पर सवाल उठ गए । फिलहाल कोतवाल नरेश त्यागी ने बताया कि मामले की जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
