लखनऊ : 'भारत की नेपाल को पाती' का शिवपाल ने किया विमोचन, कहा- कैलाश मानसरोवर के लिए चले अभियान
जनमत बनाने नेपाल व भूटान जायेंगे दीपक मिश्र
लखनऊ, अमृत विचार। समाजवादी चिंतक दीपक मिश्र लिखित भारत की नेपाल को पाती ( भारत ले नेपाल लाई पाती ) का लोहिया सभागार में विमोचन करते हुए सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा कि भारत और नेपाल की आत्मा एक है । दोनों देशों के आराध्य व आदर्श एक हैं । बयालीस की क्रांति के दौरान राममनोहर लोहिया और लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने आजादी की लड़ाई को धार देने के लिए नेपाल में आजाद दस्ता का गठन किया था। नेपाल के प्रधानमंत्री रहे बीपी कोइराला धनबाद में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जेल में रहे । लोहिया की आजाद हिंदुस्तान में पहली गिरफ्तारी नेपाल में गणतंत्र की स्थापना के सवाल पर हुई थी ।
शिवपाल यादव ने कहा कि मानसरोवर और कैलाश पर चीन का कब्जा है जो हमें बर्दास्त नहीं । दोनों पवित्र स्थलों की भारत में वापसी के लिए प्रबल व प्रतिबद्ध नागरिक अभियान चलाने का समय आ गया है । हम सभी कैलाश और मानसरोवर का निर्बाध दर्शन चाहते हैं । चीन में दोनों पवित्र स्थल उपेक्षित हैं । भारत की तिरालीस हजार वर्ग किमी से अधिक जमीन पर चीन का अवैध कब्जा है जिसमें भगवान शिव का निवास कैलाश और मान सरोवर भी है । बौद्धिक सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने कहा कि एशियाई देशों के नागरिकों और जन संगठनों में यूरोप की भांति आपसी संवाद होना चाहिए । सिर्फ सरकारी अभिकरणों के बल पर आपसी हितों का संरक्षण संभव नहीं । हिंदी को संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा का दर्जा और भारत को सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्यता दिलवाने में हम सभी विफल रहे हैं । इस परिप्रेक्ष्य में सरकार का भी रवैया उत्साहजनक नहीं है । गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विधि विशेषज्ञ व लुआक्ता के अध्यक्ष प्रो. मनोज पांडेय ने की । संगोष्ठी में प्रो.रामजी पाठक , राजनीति शास्त्री मोहम्मद हबीब, इतिहासकार मोहम्मद मदनी , नीरज सिंह, पंकज यादव, रंजीत यादव, गयास, जावेद आदि ने विचार विनिमय किया ।
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