रामनगर: महिला को दो किलोमीटर घसीट ले गया बाघ, नहीं बची जान...ग्रामीण हुए आग बबूला

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Published By Bhupesh Kanaujia
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रामनगर, अमृत विचार। एक बार फिर बाघ ने  महिला को अपना निवाला बना दिया। घटना शनिवार की है, ग्राम ढेला में गांव में रहने वाली 50 वर्षीय कलादेवी गांव की ही तीन अन्य महिलाओं के साथ जंगल में लकड़ी और घास लेने के लिए गई थी। इसी बीच बाघ ने कला देवी पर हमला बोल दिया और जबड़ों में कैद करते हुए करीब 2 किलोमीटर तक जंगल में घसीटता हुआ ले गया।WhatsApp Image 2024-02-17 at 17.48.18_4371937f

इस बीच मौजूद महिलाओं ने शोर मचाया तो बाघ की दहाड़ सुन महिलाएं भी घबरा गईं और गांव में आकर इसकी सूचना दी। वन विभाग के कर्मचारियों सहित ग्रामीण मौके पर पहुंचे और काफी देर बाद कला देवी का शव जंगल में लहुलुहान हालात में मिला। इधर इस घटना पर गुस्साए ग्रामीणों की रेंज अधिकारी अजय ध्यानी के साथ तीखी नोंक झोंक हुई तथा रेंज अधिकारी के साथ धक्का मुक्की भी हो गई।

ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में बाघ का आतंक बना हुआ है लेकिन विभाग द्वारा ना तो इसे पकड़ा गया और ना ही ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कोई उपाय किए गए। उन्होंने बताया कि ग्राम ढेला और सावल्दे  में यह चौथी घटना है। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कर्मचारियों को महिला का शव नहीं उठाने दिया । ग्रामीण में मौके पर ही बाघ को गोली मारने की मांग पर अड़े गए। 

बता दें कि इस बाघ को पकड़ने के लिए लंबे समय से संघर्ष समिति द्वारा आंदोलन भी किया जा रहा है फिलहाल मौके पर जहां एक ओर ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं तो वहीं कॉर्बेट प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में वन कर्मियों द्वारा बाघ को ट्रेंकुलाइज  करने के साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए मौके पर पिंजरा लगाने की कार्रवाई की गई है।

मृतक कलादेवी के परिजनों ने कहा कि मृतक का शव पिंजरे में रखकर ही बाग को ट्रेंकुलाइज किया जाए वहीं पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी एवं राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी का कहना है कि बाघ को गोली मारनी चाहिए क्योंकि नरभक्षी को ट्रेंकुलाइज कर संरक्षण प्रदान करना ठीक नहीं है।

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